"लौह युग": अवतरणों में अंतर
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'''लौह युग''' उस काल को कहते हैं जिसमें मनुष्य ने [[लोहा|लोहे]] का इस्तेमाल किया। [[इतिहास]] में यह युग [[पाषाण युग]] तथा [[कांस्य युग]] के बाद का काल है। पाषाण युग में मनुष्य की किसी भी धातु का खनन कर पाने की असमर्थता थी। कांस्य युग में लोहे की खोज नहीं हो पाई थी और लौह युग में तांबा, कांसा और लोहे के अलावा मनुष्य कुछ अन्य ठोस धातुओं की खोज तथा उनका उपयोग भी सीख गया था।<br />
इस युग की विशेषता यह है कि इसमें मनुष्य ने विभिन्न भाषाओं की [[वर्णमाला|वर्णमालाओं]] का विकास किया जिसकी मदद से उस काल में साहित्य और इतिहास लिखे जा सके।
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