"झनक झनक पायल बाजे (1955 फ़िल्म)": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
No edit summary |
|||
पंक्ति 20:
'''झनक झनक पायल बाजे''' १९५५ में बनी [[हिन्दी भाषा]] की फिल्म है। फ़िल्म का निर्देशन [[वी शांताराम]] ने किया है और निर्माता वी शांताराम का ही अपना निर्माता घर [[राजकमल कलामंदिर]] है। इस फ़िल्म को सन् १९५६ में [[फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार]] से सम्मानित किया गया था।
== संक्षेप ==
शास्त्रीय नृत्य के गुरु मंगल किसी सभा में नृत्यांगना नीला ([[संध्या (फ़िल्म अभिनेत्री)|संध्या]]) का नृत्य देखते हैं और फिर
जब गुरु जी कुछ समय के लिये जाते हैं, तो दोनों एक दूसरे के प्रेम प्रवाह में खो जाते हैं और अभ्यास करने के बजाय टहल कर अपना समय व्यतीत करते हैं। गुरु जी जब वापस लौटकर सारा नज़ारा देखते हैं तो क्रोधित होकर अपने पुत्र से नाता तोड़ने की बात करते हैं क्योंकि उनका मानना होता है कि अब किसी भी हाल में गिरधर नृत्य प्रतियोगिता नहीं जीत पायेगा। अपने प्रेमी का भविष्य डूबता हुआ देख नीला यह नाटक रचती है कि वह वास्तव में मणिलाल से प्रेम करती है। आहत गिरधर वापस लौट जाता है और अपने नृत्य अभ्यास में अपने को झोंक देता है। नीला नदी में डूबकर आत्महत्या करने की कोशिश करती है लेकिन एक साधू द्वारा बचा ली जाती है जो उसे अपने साथ ले जाते हैं और नीला कृष्ण भक्ति में लीन हो जाती है।<br />
एक दिन गिरधर नीला के पास आता है और उससे अपने प्यार का इज़हार करता है लेकिन नीला उसको पहचानने से भी इन्कार कर देती है। क्रोधित होकर गिरधर अपने पिता के साथ वापस चला जाता है। प्रतियोगिता वाले दिन वह साधू नीला को उस मंदिर में ले जाते हैं जहाँ प्रतियोगिता होनी है। मणिलाल ने गिरधर को नीचा दिखाने के उद्देश्य से गिरधर की नयी सहनर्तकी को प्रतियोगिता में हिस्सा न लेने के लिए पहले ही मना लिया था। नीला उस नर्तकी की जगह ले लेती है और नृत्य के दौरान ही गिरधर को यह समझाने की कोशिश करती है कि उसने तो गिरधर के भविष्य की ख़ातिर यह सब स्वांग रचा था। गिरधर और नीला मिलकर एक अद्भुत युगल नृत्य प्रस्तुत करते हैं जिसकी वजह से भारत नटराजन का ख़िताब गिरधर को मिल जाता है। नीला मञ्च से बाहर जाने लगती है तो गुरु जी उससे अपनी गुरु दक्षिणा मांगते हैं। उसके राज़ी होने पर गुरु जी उसको मञ्च पर गिरधर के पास ले कर आते हैं और दोनों के घुंघरू आपस में बांध कर दोनों के विवाह की स्वीकृती प्रदान करते हैं।
|