"राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन": अवतरणों में अंतर

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[[शरद यादव]] को इसका संयोजक बनाया गया था किन्तु उनकी पार्टी ने ही गठबन्धन से सम्बन्ध विच्छेद कर लिया। इसके मानद अध्यक्ष पूर्व प्रधानमन्त्री [[अटल बिहारी वाजपेयी]] हैं जबकि [[लाल कृष्ण आडवाणी]] अध्यक्ष के रूप में वाजपेयी का कार्य देख रहे हैं। इसके अलावा [[सुषमा स्वराज]] लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं जबकि [[अरुण जेटली]] राज्यसभा में विपक्ष के नेता हैं और करिया मुंडा लोकसभा में उपाध्यक्ष है।
== इतिहास ==
मई [[1998]] में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की घोषणा हुई थी जो उस समय गैर काँग्रेसी सरकार के गठन के निर्माण में पहलेपहला कदम का संकेत थ,था लेकिन एक वर्ष के भीतर ही ढह गया क्योंकि ऑल[[आल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (अन्ना द्रमुक)]] ने अपना समर्थन वापस ले लिया। इसे और विस्तृत करने के लिये कुछ नये दलों के साथ मिलकर [[1999]] का लोकसभा चुनाव जीतने का नये सिरे से प्रयास किया गया। इसके परिणाम बेहतर निकले और राजग को एक पूरे पाँच साल के लिये [[अटल बिहारी वाजपेयी|प्रधानमन्त्री वाजपेयी]] के तहत सत्ता संचालित करने का अवसर मिला। वाजपेयी ने अपना कार्यकाल बेहतर ढँग से पूरा किया। [[2004]] के लोकसभा [[चुनाव]] जीतने की उम्मीद के साथ यह गठबन्धन पुन: मैदान में उतरा लेकिन कांग्रेस पार्टी नीत गठबन्धन को अन्य गुट निरपेक्ष पार्टियों से समर्थन मिलने से इसे विपक्ष में बैठना पडा। हालांकि [[कांग्रेस]] और गठबन्धनराजग की प्रमुख पार्टी [[भाजपा]] को लोक सभा में मिली सीटों की संख्या में कोई बहुत बड़ा अन्तर नहीं था लेकिन बहुमत का जुगाड़ करने में भाजपा असफल रही।
 
== संरचना ==