"विजयलक्ष्मी पंडित": अवतरणों में अंतर

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'''विजय लक्ष्मी पंडित''' [[भारत]] के पहले [[प्रधानमंत्री]] पंडित [[जवाहर लाल नेहरु]] की बहन थीं। भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में विजय लक्ष्मी पंडित ने अपना अमूल्य योगदान दिया।
== जीवनी ==
इनका जन्म 1518 अगस्त 1900 को हुआ था। उनकी शिक्षा-दीक्षा मुख्य रूप से घर में ही हुयी। [[गांधीजी]] से प्रभावित होकर विजयलक्ष्मी पण्डित भी जंग-ए-आज़ादी में कूद पड़ीं। वह हर आन्दोलन में आगे रहतीं, जेल जातीं, रिहा होतीं, और फिर आन्दोलन में जुट जातीं। 1936 और 1946 में वह उत्तर प्रदेश विधान सभा के लिए चुनी गयीं और मंत्री बनायी गयीं। मंत्री स्तर का दर्जा पाने वाली भारत की वह प्रथम महिला थीं।
1932, 1941 और 1942 में सविनय अवज्ञा आंदोलन में भाग लेने के लिए उन्हें जेल की सज़ा हुयी।
आज़ादी के बाद भी उन्होंने देश सेवा जारी रखी। सन् 1945 में संयुक्त राष्ट्र संघ के सैन फ्रांसिस्को सम्मेलन में विजयलक्ष्मी पण्डित ने भारत का प्रतिनिधित्व भी किया।
गुमनाम सदस्य