"नोदक": अवतरणों में अंतर

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* [[नोदक (जलयान)]]
 
<big>इस तरह [[टरबाइन]] वाटर व्हील की प्राकृतिक रूप से विकसित तकनीक है. हालांकि, जब तक [[औद्योगिक क्रांति]] नहीं हुई थी, तब तक आधुनिक टरबाइन का विकास नहीं हुआ था. ऐतिहासिक तौर पर देखें तो १९वीं सदी में यह बड़ी-बड़ी फैक्टरियों में इस्तेमाल होता था. लेकिन, जब बिजली की उत्पत्ति हुई तब से कारखानों में [[जेनरेटर]] का इस्तेमाल होने लगा. अब अगर टरबाइन की कार्यप्रणाली की बात करें तो यह न्यूटन के तीसरे गति नियम के अधार पर काम करती है. यानी प्रत्येक क्रिया पर, विपरीत प्रतिक्रिया होती है. इसी तरह टरबाइन का [[प्रोपेलर]] काम करता है. [[प्रोपेलर]] में लगा स्पाइंडल हवा या पानी पर दबाव बनाता है.
इसी दबाव की वजह से प्रोपेलर टरबाइन को पीछे की ओर धक्का मारता है, जिससे वह चलती है. आमतौर पर टरबाइन को एक जगह रख दिया जाता है, ताकि जब भी पानी उससे होकर गुजरे तो टरबाइन के हर ब्लेड पर पड़ने वाले दबाव से वह चल पड़े. हवा या पानी के टरबाइन के साथ एक ही नियम लागू होता है. जितना अधिक पानी या हवा का प्रवाह होगा, टरबाइन उतनी तेज गति से चलेगी.</big>
 
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