"बंगाल की खाड़ी": अवतरणों में अंतर

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[[File:Himalaya-formation.gif|right|thumb| महाद्वीपीय बहा के कारण, [[भारतीय तख़्ता]] मैडागास्कर से विभक्त होकर यूरेशियाई तख़्ते से टकराया, जिसके परिणामस्वरूप [[हिमालय पर्वत]] और बंगाल की खाडी का निर्माण हुआ।]]
 
[[उत्तरी सर्कार वंश]] ने बंगाल की खाड़ी के पश्चिमी तटीय इलाके पर अपना आधिपत्य जमाया और कालांतर में वही भारत की मद्रास स्टेट बना। [[राजराज चोल प्रथम]] कालीन [[चोल राजवंश]] (९वीं – १२वीं शताब्दी) ने १०१४ ई. में बंगाल की खाड़ी की पश्चिमी तटरेखा पर अपना अधिकार किया और इसी कारण तत्कालीन बंगाल की खाडी चोल-सागर भी कहलायी। <ref name="वाटर">[http://hindi.indiawaterportal.org/node/27331 बंगाल की खाड़ी]| इण्डिया वॉटर पोर्टल। २८ दिसंबर, २०१०। अभिगमन तिथि:२६ अगस्त, २०१३</ref> [[काकातिया राजवंश]] ने खाड़ी के [[गोदावरी]] और [[कृष्णा]] नदियों के बीच के तटीय दोआब क्षेत्र पर अधिकार किया था। [[प्रथम शताब्दी]] ईसवी के मध्य में [[कुशाण राजवंश|कुशाणों]] ने उत्तर भारत पर आक्र्मण कर अपने राज्य का विस्तार बंगाल की खाड़ी तक किया। [[चंद्रगुप्त मौर्य]] ने अपने राज्य का विस्तार उत्तर भारत में बंगाल की खाड़ी तक किया था। बंगाल में वर्तमान डायमंड हार्बर के निकटवर्ती हाजीपुर पर पुर्तगाली समुद्री लुटेरों का काफ़ी समय तक अधिकार रहा। १६वीं शताब्दी में पुर्तगालियों ने बंगाल की खाड़ी के उत्तर में [[चिट्टागॉन्ग]] में अपनी व्यापारिक पोस्ट, पोर्तो ग्रान्दे और [[सप्तग्राम|सातगांव]] में पोर्तो पेक्विनो की स्थापना की।<ref>[http://www.colonialvoyage.com/bengal.html द पॉर्च्युगीज़ इन बंगाल। हिस्ट्री ऑफ़ युगोलिम (हूगली), मेलियापोर...] {{अंग्रेज़ी}} The Portuguese in Bengal. History of Ugolim (Hoogli), Meliapore ...। अभिगमन तिथि: २१ जनवरी, २००७</ref>
 
=== ब्रिटिश पेनल उपनिवेश ===
पोर्ट ब्लेयर में बनी [[सेलुलर जेल]] जो "काला पानी" के नाम से प्रसिद्ध थी, अंग्रेज़ों ने १८९६ में भारतीय स्वाधीनता संग्राम के कैदियों को आजीवन बंदी बनाने हेतु बनवायी थी। यह भी [[अंडमान द्वीपसमूह]] में स्थित है।
 
== सागरीय पुरातात्त्विक समीक्षा ==