"सांसारिक प्रेम और देश-प्रेम": अवतरणों में अंतर
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सांसारिक प्रेम और देश-प्रेम (उर्दू नाम- इश्के दुनिया और हुब्बे वतन) प्रेमचंद की पहली प्रकाशित कहानी है। इसका प्रकाशन कानपूर से निकलने वाली उर्दू पत्रिका [[ज़माना]] के अप्रैल १९०८ के अंक में हुआ था। आम तौर से सोज़े-वतन में प्रकाशित [[दुनिया का सबसे अनमोल रतन]] को उनकी पहली कहानी माना जाता रहा है। डॉ. कमल किशोर गोयनका के अनुसार
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