"ब्यास नदी": अवतरणों में अंतर

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[[File:Beas River at Pathankot 6069.jpg|right|265px|thumb|पठानकोट में ब्यास नदी]]
[[File:Himachal Pradesh.jpg|left|thumb|हिमाचल प्रदेश,ब्यास नदी में नौका विहार]]
[[File:Mandi town.jpg|right|265px|thumb|ब्यास नदी के तट पर बसा एक खूबसूरत शहर मंडी]]
{{main|कुल्लू }}
*ब्यास नदी के किनारे एक प्रमुख पर्यटन स्थल है [[कुल्लू ]]। [[कुल्लू ]] [[भारत]] के [[हिमाचल प्रदेश]] [[प्रान्त]] का एक शहर है। [[कुल्लू ]] गर्मी के मौसम में लोगों का एक मनपसंद गंतव्‍य है। मैदानों में तपती धूप से बच कर लोग [[हिमाचल प्रदेश]] की [[कुल्लू]] घाटी में शरण लेते हैं। यहां के मंदिर, सेब के बागान और दशहरा हजारों पर्यटकों को [[कुल्लू ]] की ओर आकर्षित करते हैं। यहां के स्‍थानीय हस्‍तशिल्‍प [[कुल्लू ]] की सबसे बड़ी विशेषता है।
{{main|मनाली}}
*मनाली [[कुल्लू ]] घाटी के उत्तर में स्थित [[हिमाचल प्रदेश]] का लोकप्रिय हिल स्टेशन है। समुद्र तल से 2050 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मनाली व्यास नदी के किनारे बसा है। गर्मियों से निजात पाने के लिए इस हिल स्टेशन पर हजारों की तादाद में सैलानी आते हैं। सर्दियों में यहां का तापमान शून्य डिग्री से नीचे पहुंच जाता है। आप यहां के खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों के अलावा मनाली में हाइकिंग, पैराग्लाइडिंग, राफ्टिंग, ट्रैकिंग, कायकिंग जैसे खेलों का भी आनंद उठा सकते है। यहां के जंगली फूलों और सेब के बगीचों से छनकर आती सुंगंधित हवाएं दिलो दिमाग को ताजगी से भर देती हैं।
{{main|मंडी}}
*व्‍यास नदी के किनारे बसा [[हिमाचल प्रदेश]] का प्रमुख पर्यटन स्थल [[मंडी]] लंबे समय से व्‍यवसायिक गतिविधियों का केन्‍द्र रहा है। समुद्र तल से 760 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह नगर हिमाचल के तेजी से विकसित होते शहरों में एक है। कहा जाता है महान संत मांडव ने यहां तपस्‍या की और उनके पास अलौकिक शक्तियां थी। साथ ही उन्‍हें अनेक ग्रन्‍थों का ज्ञान था। माना जाता है कि वे कोल्‍सरा नामक पत्‍थर पर बैठकर व्‍यास नदी के पश्चिमी तट पर बैठकर तपस्‍या किया करते थे। यह नगर अपने 81 ओल्‍ड स्‍टोन मंदिरों और उनमें की गई शानदार नक्‍कासियों के लिए के प्रसिद्ध है। मंदिरों की बहुलता के कारण ही इसे पहाड़ों के वाराणसी नाम से भी जाना जाता है। मंडी नाम संस्‍कृत शब्‍द मंडोइका से बना है जिसका अर्थ होता है खुला क्षेत्र।
 
==विद्युत परियोजनाएँ==