"विजयलक्ष्मी पंडित": अवतरणों में अंतर

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'''विजय लक्ष्मी पंडित''' [[भारत]] के पहले [[प्रधानमंत्री]] पंडित [[जवाहर लाल नेहरु]] की बहन थीं। भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में विजय लक्ष्मी पंडित ने अपना अमूल्य योगदान दिया।
== जीवनी ==
इनका जन्म 18 अगस्त 1900 को [[गांधी-नेहरू परिवार]] में हुआ था। उनकी शिक्षा-दीक्षा मुख्य रूप से घर में ही हुयी। 1921 में उन्होंने [[काठियावाड़]] के सुप्रसिद्ध वकील रणजीत सीताराम पण्डित से विवाह कर लिया।<ref>{{cite book|title=भया कबीर उदास |url=|publisher=राजकमल प्रकाशन |page=416|author=|date=|isbn=9788126713691}}</ref> [[गांधीजी]] से प्रभावित होकर विजयलक्ष्मी पण्डितउन्होंने भी जंग-ए-आज़ादी के लिए आंदोलनों में कूदभाग लेना आरम्भ कर दिया।<ref name="nytimes" पड़ीं।/> वह हर आन्दोलन में आगे रहतीं, जेल जातीं, रिहा होतीं, और फिर आन्दोलन में जुट जातीं। 1936उनके औरपति को भारत की स्वतंत्रता के लिए किये जा रहे आन्दोलनों का समर्थन करने के 1946आरोप में वहगिरफतार उत्तरकरके प्रदेशलखनऊ विधानकी सभाजेल में डाला गया जहाँ 14 जनवरी 1944 को उनका निधन हो गया। वो भारत के लिएपूर्व चुनीप्रधानमंत्री गयीं[[जवाहर औरलाल मंत्रीनेहरू]] बनायीकी गयीं।बहन मंत्रीथी स्तरजिनकी कापुत्री दर्जा[[इन्दिरा पानेगांधी]] वालीलगभग 13 वर्षों तक भारत की वहप्रधानंत्री रहीं।<ref name="bbchindi">{{cite web|title=जब नेहरू ने बहन का बिल किस्तों में चुकाया! |url=http://www.bbc.co.uk/hindi/india/2013/05/130526_nehru_49th_death_aniversary_rf_pk.shtml |publisher= [[बीबीसी हिन्दी]] |author=रेहान फ़ज़ल |date=27 मई 2013 |accessdate=14 अक्टूबर प्रथम2013}}</ref><ref महिलाname="nytimes" थीं।/>
==राजनैतिक जीवन==
1932, 1941 और 1942 में सविनय अवज्ञा आंदोलन में भाग लेने के लिए उन्हें जेल की सज़ा हुयी।
वो केबिनेट मंत्री बनने वाली प्रथम भारतीय महिला थीं। 1937 में वो संयुक्त प्रांत की प्रांतीय विधानसभा के लिए निर्वाचित हुईं और स्थानीय स्वशासन और सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री के पद पर नियुक्त की गईं। 1953 में [[संयुक्त राष्ट्र]] महासभा की अध्यक्ष बनने वाली वह विश्व की पहली महिला थीं।<ref>{{cite web|title=1953:Pandit Elected Head of UN |trans_title= १९५३: पण्डित यूएन की अध्यक्ष चुनी गईं |url=http://www.nytimes.com/2003/09/16/opinion/16iht-edold_ed3__38.html |publisher=न्यूयॉर्क टाइम्स |author=|date=16 सितम्बर 2003 |accessdate=14 अक्टूबर 2013|language=अंग्रेज़ी}}</ref><ref>{{cite web|title=1950 - 1959 |trans_title= |url=http://www.bbc.co.uk/radio4/womanshour/timeline/keyevents_print.shtml?1950 |publisher=बीबीसी |author=|date=|accessdate=14 अक्टूबर 2013|language=अंग्रेज़ी}}</ref> वे राज्यपाल और राजदूत जैसे कई महत्त्वपूर्ण पदों पर रहीं।
आज़ादी के बाद भी उन्होंने देश सेवा जारी रखी। सन् 1945 में संयुक्त राष्ट्र संघ के सैन फ्रांसिस्को सम्मेलन में विजयलक्ष्मी पण्डित ने भारत का प्रतिनिधित्व भी किया।
 
[[संयुक्त राष्ट्र]] की अध्यक्ष बनने वाली वह विश्व की पहली महिला थीं। वे राज्यपाल और राजदूत जैसे कई महत्त्वपूर्ण पदों पर रहीं।
उन्होंने इन्दिरा गांधी द्वारा लागू आपतकाल का विरोध किया था और [[जनता दल]] में शामील हो गईं थी।<ref>{{cite web|title=In the face of truth |trans_title=सत्य के चेहरे में |url = http://www.thehindu.com/features/metroplus/in-the-face-of-truth/article2042256.ece |publisher=द हिन्दू |author=दीपा गणेश |date=23 मई 2011 |accessdate=14 अक्टूबर 2013|language=अंग्रेज़ी}}</ref>
==निधन==
2 दिसम्बर 1990 को देहरादून के उत्तरी प्रान्त में उनका निधन हो गया। उनके निधन के समय उपन्यासकार नयनतारा सहित 3 पुत्रियाँ थी।<ref name="nytimes">{{cite web|title=Vijay Lakshmi Pandit, Politician and Nehru's Sister, Is Dead at 90 |trans_title=विजय लक्ष्मी पंडित, राजनीतिज्ञा एवं नेहरू की बहन का ९० की आयु में निधन |url=http://www.nytimes.com/1990/12/02/obituaries/vijay-lakshmi-pandit-politician-and-nehru-s-sister-is-dead-at-90.html |publisher=न्यूयॉर्क टाइम्स |author=संजय हजारिका |date=2 दिसम्बर 1990 |accessdate=14 अक्टूबर 2013|language=अंग्रेज़ी}}</ref>
==सन्दर्भ==
{{टिप्पणीसूची}}
 
== बाहरी कड़ियाँ ==
*{{imdb name|1524506}}
 
[[श्रेणी:भारतीय महिलाएँ]]
[[श्रेणी:१९९० मृत्यु]]