"विकिपीडिया:शैली मार्गदर्शक": अवतरणों में अंतर
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dory system is curse of our society. |
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हिन्दी एक बड़े भूभाग में बोली जाने वाली बहुराष्ट्रीय भाषा है। अलग स्थानों और वर्गों में इसकी प्रथाएँ भिन्न हैं। शब्दों, शब्द-रूपों, व्याकरण और अन्य शैली-सम्बंधित मामलों में झडपों से कुछ नियमों के प्रयोग से बचा जा सकता है।
===लेखों के भीतर सामंजस्य===
किसी भी लेख के अन्दर जहाँ तक हो सके एक ही शैली रखें ताकि पाठकों को पढ़ते हुए भाषा सामान्य रूप से बहती हुई लगे। उदहारण के लिए हिन्दी में "किये" और "किए" दोनों सही माने जाते हैं, लेकिन एक लेख के अन्दर इसका एक ही रूप प्रयोग करें। इसी तरह "गंधक" और "गन्धक", "अमेरिका" और "अमरीका", "इंग्लैण्ड" और "इंगलैंड" दोनों ठीक हैं लेकिन एक लेख में इनका एक ही रूप प्रयोग करे वरना पढ़ने में अटपटा लगता है। अगर किसी लेख में आप अपने पसंद के रूप से भिन्न रूप देखते हैं, कृपया केवल उसे बदलने के लिए उस लेख का संपादन न करें। अलग शैलियों के लिए सहनशीलता दिखाएँ। फिर भी कुछ स्थितियों में इस नियम का उल्लंघन करना उचित है:
*'''मूल सामग्री में''' - [[बंजरानामा]] नामक काव्य में "सब ठाठ पड़ा रह जावेगा" टीके के रूप में आता है। लेख में अन्य स्थानों पर मानक हिन्दी का "जाएगा" या "जायेगा" प्रयोग होंगे लेकिन कविता से दर्शाई गयी पंक्तियों में "जावेगा" के मूल रूप को ही रहने दें।
*'''पुस्तकों, फ़िल्मों और गानों के शीर्षकों में''' - इनके नाम वैसे ही लिखे जैसे मूल रूप में थे।
*'''लोगों और स्थानों के नाम''' - इन्हें भी प्रथानुसार मूल रूप में ही लिखें।
*'''जहाँ हिन्दी की भिन्न शैलियों की तुलना की जा रही हो''' - अगर कहा जा रहा है कि भोजपुरी में "आसीस" होता है जबकि मानक हिन्दी में "आशीष" होता है तो इनमें से किसी रूप को न बदलें।
===नुक़्तो का प्रयोग===
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