"वार्ता:शोभन सरकार": अवतरणों में अंतर

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:::::शुभम जी ने तो मेरे मन की बात कर दी। अंग्रेज़ी विकि की निति मानी जाए या नहीं कॉमनसेंस के अनुसार भी एक ज्ञानकोश पर उस शख़्सियत का लेख होना चाहिए जो अपने काम, पद्वी, आदि सम्बन्धित कारणों की वजह से दीर्घकालिक रूप से अखबारों, किताबों या पत्रिकाओं में कवर किया जाए, केवल एक प्रकरण के कारण उल्लेखनीयता सिद्ध नहीं होती। मुझे एक प्रकरण याद आता है जब लंदन का 13 साल का लड़का एल्फी पैटन बाप बन गया था; रोज अखबारों में उसकी ख़बर आने लगी थीं। वो इतनी बडी शख़्सियत बन गया था कि उसके जीवन के एक-एक पहलू को मीडिया ने कवर किया: कब और कहाँ पैदा हुआ, किस अस्पताल में पैदा हुआ, माता-पिता कौन हैं, किस स्कूल में जाता है, किस कक्षा में है, पढ़ने में कैसा है, आदि, मीडिया कवरेज इतनी थी जितनी शायद शोभन सरकार को भी ना मिली हो (मैं उन्नाव स्वर्ण खजाने की घटना नहीं केवल शोभन सरकार की फुल कवरेज की बात कर रहा हूँ) परन्तु फ़िर भी [[:en:Wikipedia:Articles for deletion/Alfie Patten|अंग्रेज़ी विकि से एल्फी पैटन लेख को हटा दिया गया था]]। शोभन सरकार की उन्नाव की घटना के अलावा उल्लेखनीयता सिद्ध करना नामुमकिन सा है। प्रतीक जी, यहाँ बात "लोकप्रियता" नहीं अपितु उल्लेखनीयता की हो रही है। केवल वैब के आधार पर उल्लेखनीयता को नहीं परखा जाता, क्या शोभन सरकार को किताबों, पत्रिकाओं, अखबारों, आदि में इस घटना से पहले जगह मिली थी? अगर नहीं, तो विकि दृष्टिकोण के अनुसार ये उल्लेखनीय नहीं हैं। विकिपीडिया भावनाओं के अनुसार नहीं चलता, केवल यह कह देना कि इनके "लाखों शिष्य है" इनकी उल्लेखनीयता सिद्ध नहीं करता।[[User:Bill william compton|<span style="text-shadow:gray 3px 3px 2px;"><font color="RED">&lt;&gt;&lt;<sup></sup>&nbsp;बिल विलियम कॉम्पटन</font></span>]]<sup>[[User talk:Bill william compton|<font color="#000000">वार्ता</font>]]</sup> 13:57, 27 अक्टूबर 2013 (UTC)
::::::इन्हें मिडिया ने इतना अधिक कवर "उन्नाव स्वर्ण खजाने की घटना" के बाद ही किया और जैसा प्रतीक जी कह रहे हैं उनके शिष्य भी बहुत हो सकते हैं। मैं मिडिया के सभी भागों को देखता हूँ तो उनका एक और कार्य ज्ञात होता है जो उन्होंने २००४/०५ में गंगा नदी पर एक पुल निर्माण के सम्बंध में किया था। लेकिन मेरी इस पृष्ठ को बढ़ाने अथवा हटाने में खास रूचि नहीं है अतः मैं ऐसी घटनाएँ नहीं जोड़ रहा। यदि अंग्रेज़ी विकी पर यह लेख हटाया नहीं जाता तो मैं अवश्य ही लेख में सुधार करता। ऋषि जी को भी मैंने उनके ईमेल के उत्तर में यह बात ही लिखी थी कि आप २००४ अथवा ०५ की वो घटना जोड़ सकते हो। वैसे मैंने बीबीसी हिन्दी पर एक वर्तालाप सुना था जिसमें शोभन सरकार का एक शिष्य उनके तारिफों के पुल बांध रहा था लेकिन बीबीसी संवाददाता के इस प्रश्न का उत्तर नहीं दे रहा था कि उन्होंने इस सपने के अलावा कुछ उल्लेखनीय कार्य किया है? वह शिष्य वैसे अपने आप को शोभन सरकार का सेवक कह रहा था। लेकिन प्रश्न के जबाब के उत्तर में केवल घुस्सा हो रहा था।{{#if:|<span style="background-color:☆★;color:green;"></span>|<span style="color:green;">☆★</span>}}[[u:संजीव कुमार|<u><b>{{#if:|<span style="background-color:संजीव कुमार;color:Magenta;"></span>|<span style="color:Magenta;">संजीव कुमार</span>}}</b></u>]] ([[User talk:संजीव कुमार|{{#if:|<span style="background-color:✉✉;color:blue;"></span>|<span style="color:blue;">✉✉</span>}}]]) 14:21, 27 अक्टूबर 2013 (UTC)
{{od|:::::}} मैं कुछ बातें साफ़ करना चाहूँगा।
 
<b><u>संजीव जी:</u> मुझे आपके बताए सुझावों में कोई आपत्ति नहीं है और यदि उसे अनुप्रेषित किया जाता है तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है लेकिन वह कार्य एकदम अंग्रेज़ी विकी का अनुसरण करने जैसा होगा।</b><br>
<b>उत्तर:</b> यह ख्याल मेरे दिमाग में भी आया था! हमारे पास दो विकल्प हैं। या तो हम इसे अनुप्रेषित कर दें, या हम इसे हटा दें। मुझे दोनों में से अनुप्रेषित करना ज्यादा उचित लगा। और ऐसा नहीं है की हम आँख बंद करके अंग्रेजी विकी के पीछे पीछे चल रहे हैं। इसलिए तो यह वार्ता चल रही है! ताकि हम सब मिलकर उचित समाधान निकाल सकें।
 
<b><u>प्रतीक जी:</u> यह कानपुर के एक सिद्ध संत माने जाते है, हाँ वे मीडिया में जरूर कम आये हैं परन्तु इसे आप कवि पन्टर सिंह से आप इसकी तुलना नहीं कर सकते।</b><br>
<b>उत्तर:</b> मैं भी कुछ यही कहना चाह रहा हूँ। कानपुर, उन्नाव एवं आस-पास के इलाकों में वो भले ही जाने जाते हों, वह अपने लोगों के बीच प्रसिद्ध और सम्मानीय हैं, इसमें कोई दो राय नहीं है, पर राष्ट्रीय(national) और अंतर्राष्ट्रीय(international) स्तर पर शायद वह रूचि का विषय नहीं हैं, न ही हमारे पास विश्वसनीय जानकारी उपलध है; अतः उनके बारे में जानकारी पाने का विकिपीडिया से ज्यादा बेहतर मंच "मीडिया" है। मैं उनकी तुलना कवि पन्टर सिंह से कदापि नहीं करना चाह रहा था। वह तो बस बात समझाने का एक ज़रिया था।
 
बिल जी ने एक बड़ा ही सटीक उदहारण पेश किया है। उल्लेखनीयता और लोकप्रियता के बीच की लकीर बहुत पतली है। हमें इसे समझना होगा। एक बात पर गौर की जाए। हमें उनके बारे में जो भी जानकारी प्राप्त है, वह उनके शिष्यों के वचन हैं। जो की first hand information नहीं कहलाई जा सकती। <font color="#585858">░▒▓</font>► [[User:Shubhamkanodia|<b><font color="#1B7CFF">शुभम</font><font color="#1B5AFF"> कनो</font><font color="#1B4AF">डिया</font></b>]]<sup>[[User talk:shubhamkanodia|<span title="(͡° ͜ʖ ͡°) बातचीत करें!"> वार्ता</span>]]</sup> 17:42, 27 अक्टूबर 2013 (UTC)
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