"यशोवर्मन् द्वितीय": अवतरणों में अंतर

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'''यशोवर्मन्‌ द्वितीय''' ([[ख्मेर]]: យសោវរ្ម័នទី២) 1160 से 1166 तक कमेर साम्राज्य का शासक था। वह [[सूर्यवर्मन् द्वितीय]] का उत्तराधिकारी था।
'''यशोवर्मन्‌ द्वितीय''' १२वीं शताब्दी के मध्य में हुआ था। उसके समय में भरतराहु संबुद्धि नामके व्यक्ति के विद्रोह ने भीषण रूप लिया किंतु श्रींद्रकूमार ने जो जयवर्मन्‌ सप्तम का पुत्र था उसे दबा दिया। राज्य की शक्ति फिर भी इतनी संगठित थी कि यशोवर्मन्‌ ने श्रींद्रकुमार के नेतृत्व में तो सफलता मिली किंतु श्रींद्रकुमार को विफल होकर लौटना पड़ा। यशोवर्मन्‌ का दूसरा अभियान श्रींद्रकुमार के पिता जयवर्मन्‌श् के आरम्भ हुआ। किंतु इसी बीच ११६४ ई० में त्रिभुवनादित्य नाम के व्यक्ति ने विद्रोह कर यशेवर्मन्‌ का वध किया और सिंहासन पर अधिकार कर लिया।
 
'''यशोवर्मन्‌ द्वितीय''' १२वीं शताब्दी के मध्य में हुआ था। उसके समय में भरतराहु संबुद्धि नामके व्यक्ति के विद्रोह ने भीषण रूप लिया किंतु श्रींद्रकूमार ने जो जयवर्मन्‌ सप्तम का पुत्र था उसे दबा दिया। राज्य की शक्ति फिर भी इतनी संगठित थी कि यशोवर्मन्‌ ने श्रींद्रकुमार के नेतृत्व में तो सफलता मिली किंतु श्रींद्रकुमार को विफल होकर लौटना पड़ा। यशोवर्मन्‌ का दूसरा अभियान श्रींद्रकुमार के पिता जयवर्मन्‌श् के आरम्भ हुआ। किंतु इसी बीच ११६४ ई० में त्रिभुवनादित्य नाम के व्यक्ति ने विद्रोह कर यशेवर्मन्‌ का वध किया और सिंहासन पर अधिकार कर लिया।
 
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