"अमृत बाजार पत्रिका": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Teen murti bhawan amrit bazar patrika 15 august 1947.jpg ‎ | अमृत बाज़ार पत्रिक|thumb|200px]]
'''अमृत बाजार पत्रिका ''' [[बंगला]] भाषा का एक प्रमुख भारतीय [[समाचार पत्र]] है। भारत के सबसे पुराने समाचार पत्रों में इसकी गणना होती है। इसकी स्थापना दो भाइयों शिषिर घोष और मोतीलाल घोष ने की थी।
उनकी माँ का नाम अमृतमयी और पिता का नाम हरिनारायण घोष था जो एक धनी व्यापारी थे।
 
यह पत्रिका पहले साप्ताहिक रूप में आरम्भ हुई। पहले इसका सम्पादन मोतीलाल घोष करते थे जिनके पास विश्वविद्यालय की डिग्री नहीं थी। यह पत्र अपने इमानदार व भड़काऊ रिपोर्टिंग के लिए प्रसिद्ध था। यह 'बंगाली' नामक अंग्रेजी भाषा के पत्र का प्रतिद्वंदी था जिसके कर्ताधर्ता [[सुरेन्द्र नाथ बनर्जी]] थे।
{{भारत मे प्रकाशित होने वाले अंग्रेजी भाषा के समाचार पत्र }}
 
ब्रिटिश राज के समय अमृतबाजार पत्रिका एक राष्ट्रवादी पत्र था। १९८६ से इसका प्रकाशन बन्द हो गया था। अभी हाल में इसे पुनः शुरू करने की घोषणा हुई है।
[[श्रेणी:अंग्रेजी भाषा के समाचार पत्र]]
 
[[श्रेणी:अंग्रेजी भाषाभारत के समाचार पत्र]]