"शाहिद (फ़िल्म)": अवतरणों में अंतर

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* बलजिन्द्र कौर - अम्मी
==समालोचना==
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फ़िल्म समीक्षकों ने फिल्म को अच्छा बताया है। नवभारत टाइम्स पर चन्द्रमोहन शर्मा ने इस फ़िल्म को 5 में से 3.5 सितारे देते हुए लिखा है - "अगर रियल लाइफ किरदार पर बनी फिल्में पसंद हैं, तो शाहिद आपको पसंद आएगी।"<ref>{{cite web|title=मूवी रिव्यू: शाहिद|url=http://navbharattimes.indiatimes.com/movie-masti/movie-review/Movie-review-Shahid/moviereview/24285020.cms |publisher=नवभारत टाइम्स|date=१७ अक्टूबर २०१३|accessdate=१९ अक्टूबर २०१३|author=चंद्र मोहन शर्मा}}</ref> [[बीबीसी हिन्दी]] पर [[कोमल नाहटा]] फ़िल्म को तीन सितारे देते हुए लिखते हैं, "कुल मिलाकर 'शाहिद' एक बेहद सुलझी हुई फ़िल्म है। लेकिन इसकी अपील बहुत सीमित है।"<ref>{{cite web|title=सुलझी पर सीमित अपील वाली फिल्म है शाहिद|url=http://www.bbc.co.uk/hindi/entertainment/2013/10/131018_shahid_review_pkp.shtml|publisher=बीबीसी हिन्दी|author=कोमल नाहटा|date=१८ अक्टूबर २०१३|accessdate=१९ अक्टूबर २०१३}}</ref>
|"इस फिल्‍म में शाहिद आजमी के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को निहायत ही संवेदनात्मक ढंग से प्रस्तुत किया गया है। फिल्मकार किसी का भी पक्ष नहीं लेता, वह केवल मानवीय करुणा को प्रस्तुत करता है।"
"शाहिद की भूमिका में राजकुमार यादव ने अत्यंत स्वाभाविक अभिनय किया है। ‘काई पो छे’ में जो प्रतिभा की चिंगारी उन्होंने दिखाई थी, वह इस फिल्म में शोला बन गई है। वह इतना संयत व नपातुला है कि बरबस युवा दिलीपकुमार की याद दिलाता है। उसके पारदर्शी चेहरे पर पात्र की यातना व आनंद दोनों ही आपके दिल को छू लेते हैं।"
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|style="text-align: left;" | — जय प्रकाश चौकसे, दैनिक भास्कर <ref>http://bollywood.bhaskar.com/article/ENT-BOL-PKP-jay-praksh-chaukse-shahid-movie-review-4408323-NOR.html?seq=1</ref>
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फ़िल्म समीक्षकों ने फिल्म को अच्छा बताया है। नवभारत टाइम्स पर चन्द्रमोहन शर्मा ने इस फ़िल्म को 5 में से 3.5 सितारे देते हुए लिखा है - "अगर रियल लाइफ किरदार पर बनी फिल्में पसंद हैं, तो शाहिद आपको पसंद आएगी।"<ref>{{cite web|title=मूवी रिव्यू: शाहिद|url=http://navbharattimes.indiatimes.com/movie-masti/movie-review/Movie-review-Shahid/moviereview/24285020.cms |publisher=नवभारत टाइम्स|date=१७ अक्टूबर २०१३|accessdate=१९ अक्टूबर २०१३|author=चंद्र मोहन शर्मा}}</ref> [[बीबीसी हिन्दी]] पर [[कोमल नाहटा]] फ़िल्म को तीन सितारे देते हुए लिखते हैं, "कुल मिलाकर 'शाहिद' एक बेहद सुलझी हुई फ़िल्म है। लेकिन इसकी अपील बहुत सीमित है।" दैनिक भास्कर ने पांच में से चार सितारे देते हुए फ़िल्म की तारीफ की । आजतक समाचार ने पांच में से साढ़े चार सितारे देते हुए सभी से फ़िल्म जरूर देखने की सलाह दी । <ref>{{cite web|title=सुलझी पर सीमित अपील वाली फिल्म है शाहिद|url=http://www.bbc.co.uk/hindi/entertainment/2013/10/131018_shahid_review_pkp.shtml|publisher=बीबीसी हिन्दी|author=कोमल नाहटा|date=१८ अक्टूबर २०१३|accessdate=१९ अक्टूबर २०१३}}</ref>
 
==सन्दर्भ==
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