"विवर्तन": अवतरणों में अंतर
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यदि छिद्र का आकार प्रथम अर्धकाल ज़ोन के बराबर हो और पैटर्न के केंद्र तथा छिद्र की परिधि की दूरियों का अंतर (2m+1) l/2 हो, तो पैटर्न का केंद्र प्रकाशित होता है। यदि पर्दे से छिद्र की दूरी स्थिर रखकर छिद्र का आकार बढ़ाते जाएँ, तो यह केंद्र क्रमश: प्रकाशित (bright) और अप्रकाशित (dark) होता है। जब छिद्र का आकार (2m+1) अर्धकाल-ज़ोन समाविष्ट करता है, तो पैटर्न का केंद्र चमकीला होता है और जब छिद्र में 2m अर्ध-काल-ज़ोन समाविष्ट होते हैं, तो केंद्र काला होता है। छिद्र को स्थिर रखकर पर्दें को उससे समीप या दूर लाने पर भी केंद्र पर परिवर्तन होता है। यदि पैटर्न के केंद्र से छिद्र के केंद्र और छिद्र की परिधि की दूरियों का अंतर (2 m+1) l/2 हो, तो केंद्र चमकीला, अन्यथा काला, होता है।
गोल डिस्क के विवर्तन पैटर्न के केंद्र पर
== प्रकाशीय यंत्रों की विभेदन क्षमता (Resolving power of optical instruments) ==
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