"सूर्य सेन": अवतरणों में अंतर
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अंग्रेजों से घिरने पर [[प्रीतिलता]] ने जहर खाकर मातृभमि के लिए जान दे दी, जबकि कल्पना दत्त को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। सूर्यसेन को फरवरी 1933 में गिरफ्तार कर लिया गया और 12 जनवरी 1934 को अंग्रेजों ने उन्हें [[फांसी]] दे दी।
==सन्दर्भ==
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== बाहरी कड़ियाँ ==
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