"लगे रहो मुन्ना भाई": अवतरणों में अंतर

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'''लगे रहो मुन्ना भाई''' [[2006]] में बनी हिन्दी फिल्म है। यह [[2003]] में बनी हिंदी फिल्म [[मुन्ना भाई एमबीबीएस]] का [http://en.wikipedia.org/wiki/Sequel सीक्वल] यानि दूसरा भाग है। इस फिल्म के निर्माता [[विधु विनोद चोपडा]] है, मुख्य कलाकार है - [[संजय दत्त]], [[अरशद वारसी]], [[विद्या बालन]], [[दिया मिर्ज़ा]] और [[बोमन ईरानी]]। दूसरा भाग होने के उपरांत भी लगे रहो... की कहानी किसी भी तरह से पिछ्ली फिल्म से संबंधित नहीं है। इस फिल्म के मुख्य किरदारों के नाम मुन्ना और सर्किट है जो इसके प्रथम भाग [[मुन्ना भाई एम बी बी एस]] में भी थे।
 
== सारांश ==
 
'लगे रहो मुन्ना भाई' आगे की 21वी सदी के शुरूआत के भारतीयो के सोच से जुड़ी हुई कहानी है। इसमें हँसी के फव्वारे के साथ दिल को छू लेने वाला संदेश देने की कोशिश की गई है।
 
मुन्ना (संजय दत्त) एक गुंडा है और प्रसिद्ध रेडियो जॉकी जाह्नवी (विद्या बालन) की आवाज का दीवाना है। मुन्ना की जिंदगी खूबसूरत हो गई है। उसका दादागिरी का धंधा अच्छा चल रहा है और वह रोज घंटों रेडियो सुनता है..जाह्नवी के साथ शादी के सपने देखता है। इस बीच बस एक छोटी सी समस्या आ गई है। जाह्नवी मुन्ना को इतिहास का प्रोफेसर समझती है और एक दिन भोलेपन में मुन्ना को अपने परिवार में इतिहास का व्याख्यान देने के लिए भी बुला बैठती है। अब बेचारा मुन्ना क्या करे? बस इसके अलावा सब कुछ ठीक चल रहा है अब मुन्ना को इस बात का हल चाहिए। सर्किट एक नए आइडिया के साथ आता है और फिर मुन्ना के जीवन में अनोखी घटना घटती है।
 
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== अन्य जानकारियाँ ==
फिल्म में [[अभिषेक बच्चन]] एक अतिथि भूमिका में है। महात्मा का पात्र निभाया है [[दिलीप प्रभावालकर]] ने। अन्य भूमिकाओं में है: [[जिमी शेरगिल]], [[दिया मिर्ज़ा]], [[कुलभूषण खरबंदा]], [[परीक्षित साहनी]] और [[सौरभ शुक्ला]]।
 
फिल्म का संगीत दिया है, [[शांतनु मोइत्रा]] ने। फिल्म के गीत है:
# 'समझो हो ही गया'
# 'बोले तो बोले कैसी होगी हाय'
# 'पल-पल हर पल'
 
[[मुरलीधरन सीके]] ने फिल्म का चित्रांकन की है।