"राजस्थान पत्रिका": अवतरणों में अंतर

छो नाम में सुधार किया "कर्पूर चन्द्र कुलिश"
No edit summary
पंक्ति 36:
राजस्थान पत्रिका का आरंभ १९५६ में उधार के ५०० रुप्ये पूँजी से एक शाम को प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र के रूप में हुआ था। स्वर्गीय श्री [[कर्पूर चन्द्र कुलिश]] ने 7 मार्च 1956 को राजस्थान पत्रिका की आधारशिला रखी। उससे पहले वो उस समय के मुख्य समाचार पत्र राष्ट्रदूत के लिए कार्य किया करते थे। उस समय राजस्थान में अन्य दो समाचार पत्र लोकवाणी और नवयुग प्रमुख पाठक दल में शामिल थे, जो दोनों ही दिल्ली आधारित समाचार पत्र थे।
 
1964 में यह समाचार पत्र सुबह प्रकाशित होने वाला समाचार पत्र बना। पत्रिका ने अपना प्रथम [[जोधपुर]] संस्करण 19811979 में प्रकाशित किया और अपने [[उदयपुर]] प्रकाशन के साथ इन्होंने एक और मील का पत्थर रखा। [[कोटा, राजस्थान|कोटा]] संस्करण मार्च 1986 और [[बीकानेर]] संस्करण अगस्त 1987 में जोड़े गये। सन 2000 में नयें संस्करण [[भीलवाड़ा]], [[सीकर]], [[श्रीगंगानगर]] आरम्भ हुए। 11 अगस्त 2002 को [[अहमदाबाद]] संस्करण और इसी वर्ष 28 अक्टूबर [[अजमेर]] संस्करण और वर्ष 2003 में [[सुरत]] संस्करण को इस सूची में शामील किया गया।
==विश्वनीयता==
[[न्यूयॉर्क टाइम्स]] के अनुसार राजस्थान पत्रिका में छपे समाचार पत्र को विश्वनीय माना जाता है और यह एक पूर्ण रूप से प्रमाणिक और पूर्णतया पत्रिका के संवाददाताओं द्वारा प्राप्त होती है। प्रत्येक समाचार छपने से पूर्व तीन बार जाँचा जाता है।<ref>{{cite web| url = http://india.blogs.nytimes.com/2013/07/04/hindi-paper-finds-success-going-hyperlocal/ | title= Hindi Paper Finds Success Going Hyperlocal |publisher = [[न्यूयॉर्क टाइम्स]] |date = 4 जुलाई 2013, 3:31 am|accessdate = 4 जुलाई 2013 |author = विनय सीतापति |language = अंग्रेजी}}</ref>