"महावीर (गणितज्ञ)": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
संजीव कुमार (वार्ता | योगदान) छो 117.197.5.27 (Talk) के संपादनों को हटाकर Addbot के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया |
A Word was miss spelled |
||
पंक्ति 4:
महावीर ने [[गणित]] के महत्व के बारे में कितनी महान बात कही है-
: '''बहुभिर्प्रलापैः किम् , त्रयलोके
:( बहुत प्रलाप करने से क्या लाभ है ? इस चराचर जगत में जो कोई भी वस्तु है वह गणित के बिना नहीं है / उसको गणित के बिना नहीं समझा जा सकता )
|