"एस्पेरांतो": अवतरणों में अंतर

ज़ामेनहोफ़
No edit summary
पंक्ति 1:
[[चित्र:Flag of Esperanto.svg|thumb|right|एस्पेरान्टो का ध्वज]]
 
'''एस्पेरांतो''' एक कृत्रिम अंतरराष्ट्रीय [[भाषा]] है। "दोक्तोरो एस्पेरांतो" के उपनाम से इस भाषा के निर्माता [[लुडविग लाज़र ज़ामेनहोफ़]] ने एस्पेरांतो की पहली किताब १८८७ में [[वारसा]] ([[पोलैंड]], तब रूस में) में प्रकाशित की थी.थी। इस भाषा में "एस्पेरांतो" शब्द का अर्थ है "आशा रखने वाला".
 
यह भाषा [[यूरोप]] की प्रमुख भाषाओं के मदद से बनाई गई थी। इसकी [[लिपि]] भी ध्वनि सिद्धांतों पर आधारित है। अलग-अलग मातृ भाषाएँ बोलने वालों के लिये एस्पेरांतो एक सामूहिक, आयोजित, सरल भाषा है। ज़ामेनहोफ़ का उद्देश्य था की एक ऐसी भाषा हो जो सीखने में आसान हो, राजनैतिक दृष्टि से तटस्थ हो, जो राष्ट्रीयता के पार हो, और भिन्न-भिन्न प्रांतीय और राष्ट्रीय भाषाओँ के बोलने वालों के बीच शांति और अंतरराष्ट्रीय संचार का साधन बन सके.सके।
 
कहा जाता है कि आज दुनिया में १ लाख से २० लाख के बीच लोग एस्पेरांतो बोल सकते हैं। इस भाषा को बोलने वालों की सबसे बड़ी संख्या [[यूरोप]], पूर्वी एशिया और दक्षिण अम्रीका में है.है। पहला विश्व एस्पेरांतो सम्मलेन १९०५ में फ्रांस में आयोजित किया गया था.था। उसके बाद, दोनों महायुद्धों को छोड़कर, हर वर्ष अलग-अलग देशों में विश्व सम्मलेन होते आ रहे हैं.हैं।
 
एस्पेरांतो अन्य भाषाएं सीखने के लिए प्रयोग किया जाता है।
पंक्ति 156:
इसका अर्थ है " मैं एस्पेरांतो सीखता हूँ " या "मैं एस्पेरांतो सीख रहा हूँ".
'''Esperanto estas pli facila ol la angla''' का उच्चारण ''एस्पेरांतो एस्तास प्ली फ़ात्सीला ओल ला आङ्ग्ला'' है। इसका अर्थ है, "एस्पेरांतो अंग्रेजी से आसान है."
 
== इन्हें भी देखें ==
* [[एस्पेरान्तो का प्राग इश्तिहार]]
 
== बाहरी कड़ियाँ ==