"मुह्म्म्द कि अहादिस": अवतरणों में अंतर

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२) हज़रत पै.गंबर मुहम्मद (पर उसे शांति और हाथ मिलाने) ने कहा - 'ऊिंचे हो जाएंगी।जाएंगी और हाथ मिलाने। भेंट देना एक-दूसरे से प्यार और एक-दूसरे गायब हो और आपसी दुश्मनी" - अल मुवत्त्ह, वाल् यूम 47४७, 16१६ हदीथ
 
 
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६)हज़रत अब्दुल्ला रजियल्लह अन से रिवायत है कि रसूलुल्लाह (पर उसे शांति) ने ईर्शाद प्हरमाया :इस बीच "आपको सबसे उत्तम तरीकों के पास हैं, जो पत्रकार: "" अल-बुखारी, खंड 8: # 56ख५६
 
 
७)हज़रत आइशा रजियल्लह अनहा प्हरमाती है कि रसूलुल्लाह (पर उसे शांति) ने कहा : इस प्रकार है और ईश् वर के प्रति दयालुता दिखाने सारी चीजें पसंद है" (स्रोत: बुखारी मुबस्लम 633६३३)
 
 
८)हज़रत अनास रजियल्लह अनहा प्हरमाती है कि रसूलुल्लाह (पर उसे शांति) ने कहा :(कोई भी नहीं चाहता है तो आप विश्वास "जब तक वह अपने भाई के लिए वह चाहे जो अपने लीए चाहे " अल-बुखारी खंड 1: #12१२
 
 
९)हज़रत अबू अल-बदरी से रिवायत है कि रसूलुल्लाह (पर उसे शांति) ने ईर्शाद प्हरमाया : मनुष्य के खर्च पर उनके परिवार के एक चैरिटी है" अल-बुखारी खंड 5, 343३४३ #
 
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