"पिंजर (फ़िल्म)": अवतरणों में अंतर
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<big>पिंजर (English: Pinjar, Urdu: پنجر, Punjabi: ਪਿੰਜਰ) २००३ में प्रदर्शित कीं गई थी। यह चंद्रप्रकाश द्विवेदी द्वारा निर्देशित की गई पहली चलचित्र है। इसमें महिलाओं के साथ की जाने वाली दुर्व्यवहार पर प्रकाश डलता है, जैसेकि अपहरण और बलात्कार। चलचित्र अमृता प्रीतम कि इसी नाम से लिखी गई उपन्यास पर आधारित है। प्रीतम समाज को पीड़ित द्वारा सही गई दर्द के बारे में बताना चाहती थी।
कहानी में अमृता प्रीतम मुख्य पात्र पूरो को महिला शक्ति और महत्त्व का प्रतीक बनाती है। उसका पति, राशिद, एक गतिशील पात्र के रूप में पेश ककिया जाता है। मगर पूरो का वर्णन दिखता है कि महिला जनसँख्या के भीतर भी एक दबी हुई क्षमता है। लेखिका समझना चाहती है कि औरत को अपना अधिकार जाताना चाहिए। इसी कारण से यह पुस्तक मशूर हुआ था|
= संगीत =
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मनीष सेप्पल के सेट अत्यंत सुन्दर है और मुहम्म्द अली जिन्नाह जिन्नाह के चुरस, पुराने ट्रुकेँ, आदि दर्शक को १९४७ तक ले चलते हैं। और उस समय में रहने का अनुभव देते हैं। मनोज बाजपाई और प्रियांशू चट्टर्जी, दोनों का आभने उत्तम है। उर्मिला मं।तोडंकर भी अपनी अभिनेता का खूबसूरत प्रदर्शन करती है। अन्त में, चलचित्र दर्शकों को सोचने पर मजबूर करता है मगर एक स्थायी छाप नही छोड़ सका।
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