"हिन्दू पौराणिक कथाएँ": अवतरणों में अंतर

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हिंदू पौराणिक कथाएँ धर्म से संबन्धित पारंपरिक विवरणों का एक विशाल संग्र्ह् है। यह संस्कृत-महाभारत,रामायण,पुराण आदि, तमिल-संगम साहित्य एवं पेरिय पुराणम, अनेक अन्य कृतियाँ जिनमें सबसे उल्लेखनीय है भागवद् पुराण; जिसे पंचम वेद का पद भी दिया गया हैद्ध तथा दक्षिण के अन्य प्रांतीय धार्मिक साहित्य में निहित है। यह भारतीय एवं नेपाली सभ्यता का अंग है। एकभूत विशालकाय क्रति होने की जगह यह विविध परंपराओं का मंडल है जिसे विविध संप्रदायों, व्यक्तियों, दश्न् श्रन्खला, विभिन्न प्रांतों, भिन्न कालावधि में विकसित किया गया। ऐसा आवश्यक नहीं कि इन्हें ऐतिहासिक `टनाओं का यथा शब्द्, वस्तविक विवरण होने की मान्यता सभी हिंदुओं से प्राप्त हो,पर गूढ़, अधिकाशत्:सांकेतिक अर्थयुक्त अवशय् माना गया है।
= <big>देवी</big> =
 
 
 
== <big>देवी</big> ==
देवी अपने पुरु प्रतिरूप की शक्ति है, बल है, अन्त:’शक्ति है। शिव की पत्नी के रूप में अधीनस्थ दिखाई देती है, तो दूसरी ओर महादेवी के रूप में ’शिव के बराबर या ब्रह्माण्ड की उच्चतम देवी के रूप में सर्व जीवों की चेतना, शक्ति व साक्रियता का मूलभूत सुोत है। माता अथवा पत्नी के रूप में उसकी पारंपरिक प्रकृति दिखाई इेती है-सुंदर, अज्ञाकारिणी जैसे पार्वती-’शिव, लक्ष्मी-विष्णु ,सरस्वती-ब्रह्मा।
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