"व्यवहारवाद": अवतरणों में अंतर

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*कृपणता :- पोस्ट स्किनर व्यवहार की अवधारणात्मक और मोटर मॉड्यूल, व्यवहार प्राणालियों के सिद्धांत पर केंद्रित|
 
===मनोवैज्ञानिक व्यवहारवाद===
 
(पी बी) आर्थर डब्लयू स्टाट मानव व्यवहार पर केंद्रित है कि पहले सामान्य व्यवहारवाद बनाया गया समय बाहर, टोकन सुद्धीकरण और अन्य तरीकों विश्लेषण, निष्कर्ष और इस के सिद्धांत व्यवहार बाल विकास, शिक्षा, असमान्य और नैदानिक क्षेत्रों मे भी १९६३ में इस व्यवहार विश्लेषण करार फार्म में मदद की | पी बी संज्ञामकव्यवहार थेरेपी के लिए आधार तैयार भावनात्मक और व्यहवार कंडीशनिंग जोडा है कि बुनियादी सिद्धांत और अनुसंदान प्रदान करता है| और बुनियादी के लिए नए रास्ते का परिचय और व्यहवार विश्लेषण लागू होता|
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स्किनर अनुभवजन्य काम पर पहले अनुसंधान पर विस्तार से परीक्षण और त्रुटि यद्धाति वाले उपयोग की और, एक उत्तेजना प्रतिक्रिया ‘‘संघ’’ या ‘‘संबंध’’ के वैचारिक दोनो निरूपित करना-थोरंडीके की धारणा के साथ इस तरह के थोरंडीके और मुधरी के रूप मे शोधकर्ताओं द्वारा सीखने छोड़ दिया गया था पशु अब व्यक्ति प्रयोगकर्ता प्राक्रियाओं द्वारा निर्धारित परिक्षणों की एक श्र्रुंखला में से अपनी ही दर पर प्रतिक्रिया करने की अनुमति दी गई क्योंकि तथाकथित ‘मुक्त स्फूर्त’’| उन्होने कहा, अप्रत्याथित प्रतिक्रियाओ पधेर्शन करने के लिए प्रतिक्रियाओं की बड़ी संख्या को फेंकना और विशुद्ध रूप से स्तर पर कई अनुभवनन्य एकसमानता प्रदर्शित करने के लिए प्रशिक्षण पशुओं में उल्लेखनीय सफलता हासिल की| यह उनकी वैचारिक विश्लेषण करने के लिए कुछ विश्वासनीयता व्रत| यह काफी हद तक और अधिक कठोर अपने साथियों की तुलना में अपने काम किया है कि उसकी वैचारिक विश्लेषण ‘‘अवश्यक सीखने के सिद्धांत’’वह तो आम सैद्धांतिक कमज़ोरियॉं होने के लिए देखा क्या आलोचना में जो अपने मौलिक काम में स्पष्ट रूप से देखा जा सकते है जो बिंदु है, मनोविज्ञान का अध्ययन, व्यवहार के प्रयोगात्मक विश्लेषण का एक महत्वपूर्ण वंशज है|
 
===भाषा के संबंध=== :
 
स्निकर व्यवहार की विज्ञान के दार्शनिक आधार पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रयोगात्मक कार्य से निकला, उसका ध्यान के साथ मानव भाषा में बदल गया ‘‘मौखिक व्यवहार’’ और अन्य भाषा से संबंधित प्रकाशनों मौखिक व्यवहार कार्यात्मक के लिए एक शब्दवाली और सिद्धांत से बाहर रखी मौखिक व्यवहार का विश्लेषण और उढ़ता से एक समीक्षा आलोचना की थी नोम चोमस्की| स्किनर विस्तार से जवाब लेकिन चोमस्की, उनके विचार को समझने में विफल दावा किया है कि नही था और दो और शामिल सिद्धांतों के बीच असहमति आगे चर्चा की गई है| स्वाभाविकता सिद्धांत का विरोध किया है बिहेवियरिस्ट सिद्धांत का दावा है कि भाषा कंडीशनिंग के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है कि आदतों का एक सेट है, कुछ के अनुसार, व्यवहार परिभाषित है कि इस प्रक्रिया भाषा सीखने के रूप में जटिल रूप में एक घटना की व्याख्या करने के लिए एक बहुत ही धीमी और कोमल प्रक्रिया है| सुद्धीकरण के अपने १९६९ किताब आकास्मकताओं में पुनप्रकाथित एक निबंध में स्किनर मनुष्यों कि बाहरी उत्तेजनाओं सकता है उसी तरह से तो अपने व्यवहार पर नियंत्रण हासिल होता है कि भाषाई उत्तेजनाओं का निमर्ाण कर सकता है कि २ देखने मे ले लिया | व्यवहार में इस तरह के ‘‘निर्देशात्मक नियंत्रण’’ की संभावाना है कि वे मज़ बूती से अन्य पशुओं में कर के रूप में सुद्धीकरण की आकास्मिकताओं हमेशा मानव व्यवहार पर एक ही प्रभाव पैदा नहीं होता है| मानव व्यवहार का एक कट्टरपंथी बिहेवियरिस्ट विश्लेषण का फोकस इसलिए निर्देशात्मक नियंत्रण और आकस्मिकता नियंत्रण के बीच बातचीत को समझने के लिए| और भी निर्देश निर्माण कर रहे है कि क्या यह निर्धारित करने और वे व्यवहार पर हासिल क्या है कि नियंत्रण व्यवहार प्रक्रियाओं को समझने का प्रयास करने के लिएस्थानांतरित कर दिया| हाल ही में भाषा पर व्यवहार अनुसंधान की एक नई लाइन के नाम से शुरु किया गया था ‘‘संबंधपरक फे्रम सिद्धांत’’
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जैसे दाढ़ व्यवहारवादी हावई रचालिने रिचर्ड हररनस्टीन और विलियम पल में घटनाओं पर ध्यान केंद्रित करके नही समझा जा सकता बहस, यही कारण है कि वे व्यवहार है कि सबसे अच्छा एक जीव के इतिहास का अंतिम उत्पाद के रूप में समझा और आणविक व्यवहारवादी फर्जी समीपस्थ व्यवहार के लिए कारण बनता है कि खोज ने एक भ्रम करने से हो रहा है| लोगों का तर्क है, दाढ़ व्यवहारवादी जैसे साहचर्य शक्ति के रूप में मानक आणविक निर्माणो, बेहतर जैसे दाढ़ चर द्वारा प्रतिस्थापित कर रहें है कि सुहडी करण की दर| इस प्रकार, एक दाढ़ बिहेवियरिस्ट की एक पद्धति के रूप मे ‘‘किसी को प्यार’’ का वर्णन होता है प्यार का वर्णन होता है प्यार व्यवहार समय के साथ, प्यार व्यवहार का कोई अलग, समीपस्थ कारण के रूप में संक्षेप किया जा सकता है कि व्यवहार की केवल एक इतिहास है ‘प्यार’|
 
===दर्शन में व्यवहारिकता=== :
 
व्यवहारिकता मनोविज्ञान और शिक्षा के विषयों में अंदोलनों से विकसित किया जा रहा है कि एक दर्शन है ‘‘कट्टरपंथी व्यवहारिकता’’ का मूल आधार व्यवहार का अध्ययन एक होना चाहिए कि है प्रकातिक विज्ञान जैसे रसायन शास्त्र या भौतिकी उनके व्यवहार के लिए कारणों के रूप में जीवों की काल्पनिक भीतर राज्यों के लिए किसी भी संदर्भ के बिना कम कट्टरपंथी किस्मों उदासीन है, व्यवहारिकता व्यवहार का एक कार्य को देखने लगते है कि अनुसार एडमंड ङ्गिन्टो और उनके सहयोगियों, ‘‘व्यवहार विश्लेषण सामान्य रूप से संज्ञानात्मक और सामाजिक मनोवैज्ञानिकों का बोलबाला घटना के अध्ययन की पेशकश ज्यादा है, हम व्यवहार सिद्धांत और पद्धति का सङ्गल आवेदन ङ्गैसले और चुनाव में केंद्रिय समस्याओं पर प्रकाश डाला जाएगा ही नही बल्की व्यवहार दृष्टिकोण के अधिक से अधिक प्रशंसो उत्पन्न होगा कि उम्मीद है‘‘ बिहेतियरिस्ट भावनाओं भी वर असामान्य नही है ‘‘भाषा का दर्शन‘‘ और विश्लेषणात्मक दर्शन यह कभी-कभी तर्क दिया है कि लुडविग विट्गेंस्टीन एक व्यवहारवादी स्थिति, लेकिन उनके विचार और आचरण के बीच महत्वपूर्ण संबंधो कर रहे है, वह एक व्यवहारवादी था कि दावा काङ्गी विवादास्पद है | गणितज्ञ ‘‘एलन ट्यूरिंग‘‘ भी कभी-कभी एक व्यवहारवादी माना जाता है | लेकिन वह खुद इसे पहचान नही बना था | तार्किक और अनुभव जन्य प्रत्यक्षवाद में, मनोवैज्ञानिक बचान के अर्थ का प्रदर्शन प्रकट व्यवहार से मिलकर जो उनके सत्यापन की स्थिति में है, वेस्ट वर्जीनिया क़ुइने के कुछ लोगो द्वारा प्रभावित किया व्यावहारिकता का एक प्रकार का इस्तेमाल किया स्किनर विचारो, भाषा पर अपने काम में गिल्वर्ट रिले अपनी पुस्तक मन की अवधारणा मे सकचेड़ दार्शनिक व्यावहारिकता का एक अलग तनाव बचाव किया |