"प्रतिवादि भयंकर श्रीनिवास": अवतरणों में अंतर
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=='''डॉ. राजकुमार के आवाज़'''==
श्रीनिवास ने दक्षीणी भारत के काफि सारे कलाकारों के लिए गाँ चुके है। परंतु, उनका और डॉ. राजकुमार का सम्मिश्रण था जो लोगों के दिलों मे बस गया। वे डॉ. राजकुमार के लिए लग-भग ३०० अदभुत गाने गाँ चुके है। स्वर्गिय अभीनेता, डॉ. राजकुमार ने एक दिन बताया था कि श्रीनिवास जी उनके "ध्वनी" है और वे सिर्फ "शरीर" है। जिस दिन राजकुमार को "दादा साहेब फाल्के पुरस्कार" से सम्मानित किया गया, उस दिन श्रीनिवास इतने खुश थे जैसे कि उन्ही को मिला था। श्रीनिवास ने कहा कि उनको सम्मानित किया है क्योंकि उनके आवाज़ को सम्मान मिला। इसीलिए, दक्षीणी भारत मे श्रीनिवास को "राजकुमार का ध्वनी" माना गया था।
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