"चीन": अवतरणों में अंतर

छो Bot: Migrating 1 interwiki links, now provided by Wikidata on d:Q29520
छो वर्तनी सुधार, replaced: ज्ञानकोष → ज्ञानकोश AWB के साथ
पंक्ति 1:
{{otheruses4|चीनी संस्कृति|आमतौर पर चीन नाम से जाने जाने वाले देश|चीनी जनवादी गणराज्य|आमतौर पर ताइवान नाम से जाने जाने वाले देश|चीनी गणराज्य|अन्य प्रयोगों|चीन (बहुविकल्पी)}}
[[चित्र:Chinaimg.png|thumb|right]]
'''चीन''' विश्व की प्राचीन सभ्यताओ मे से एक है जो [[एशिया|एशियाई]] [[महाद्वीप]] के पू‍र्व मे स्थित है। चीन की सभ्यता एवम् संस्कृति छठी शताब्दी से भी पुरानी है। चीन की लिखित भाषा प्रणाली विश्व की सबसे पुरानी है जो आज तक उपयोग में लायी जा रही है और जो कई आविष्कारों का स्रोत भी है। ब्रिटिश विद्वान और जीव-रसायन शास्त्री जोसफ नीधम ने प्राचीन चीन के चार महान अविष्कार बताये जो हैं :- कागज़, कम्पास, बारूद, और मुद्रण। ऐतिहासिक रूप से चीनी संस्कृति का प्रभाव पूर्वी और दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों पर रहा है और चीनी धर्म, रिवाज़ और लेखन प्रणाली को इन देशो में अलग-अलग स्तर तक अपनाया गया है। चीन में प्रथम मानवीय उपस्थिति के प्रमाण झोऊ कोऊ दियन गुफा के समीप मिलते हैं और जो होमो इरेक्टस के प्रथम नमूने भी है जिसे हम पेकिंग मानव के नाम से जानते हैं। अनुमान है कि ये इस क्षेत्र में ३,००,००० से ५,००,००० वर्ष पूर्व यहाँ रहते थे, और कुछ शोधों से ये महत्वपूर्ण जानकारी भी मिली है की पेकिंग मानव आग जलाने की और उसे नियंत्रित करने की कला जानते थे। चीन के गृह युद्ध के कारण इसके दो भाग हो गये -
 
(१) '''[[जनवादी गणराज्य चीन]]''' जो मुख्य चीनी भूभाग पर स्थापित समाजवादी सरकार द्वारा शासित क्षेत्रों को कहते हैं । इसके अन्तर्गत चीन का बहुतायत भाग आता है ।
पंक्ति 7:
(२) '''[[चीनी गणराज्य]] ''' - जो मुख्य भूमि से हटकर [[ताईवान]] सहित कुछ अन्य द्वीपों से बना देश है । इसका मुख्यालय ताइवान है ।
 
चीन की आबादी दुनिया मे सर्वाधिक है। प्राचीन चीन मानव सभ्यता के सबसे पुरानी शरणस्थलियों मे से एक है। वैज्ञानिक कार्बन डेटिंग के अनुसार यहाँ पर मानव २२ लाख से २५ लाख वर्ष पहले आये थे।
 
एक प्रसिद्ध पहाडी देश जो एशिया के दक्षिण—पूर्व में है । इसकी राजधानी पेकिंग है । विशेष— यहाँ के अधिकांश निवासी प्राय? बोद्ध हैं । चीन के निवासी अपनी भाषा में अपने देश को 'चंगक्यूह' कहते हैं । कदाचित् इसीलिये भारत तथा फारस के प्राचीन निवासियों ने इस देश का नाम अपने यहाँ 'चीन' रख लिया था । चीन देश का उल्लेख महाभारत, मनुस्मृति, ललितविस्तार आदि ग्रंथों में बराबर मिलता है । यहाँ के रेशमी कपडे भारत में चीनांशुक नाम से इतने प्रसिद्ध थे कि रेशमी कपडे का नाम ही 'चीनांशुक' पड गया है । चीन में बहुत प्राचीन काल का क्रम- बद्ध इतिहास सुरक्षित है । ईसा से २९५० वर्ष पूर्व तक के राजवंश का पता चलता है । चीन की सभ्यता बहुत प्राचीन है, यहाँ तक कि युरोप की सभ्यता का बहुत कुछ अंश — जैसे, पहनावा, बैठने और खाने पीने आदि का ढंग, पुस्तक छापने की कला आदि — चीन से लिया गया है । यहाँ ईसा के २१७ वर्ष पूर्व से बौद्ध धर्म का संचार हो गया था पर ईसवीं सन् ६१ में मिंगती राजा के शासनकाल में जब भारतवर्ष से ग्रंथ और मूर्तियाँ गई, लोग बौद्ध धर्म की ओर आकर्षित होने लगे । सन् ६७ में कश्यप मतंग नामक एक बौद्ध पंडित चीन में गए और उन्होंने ' द्वाचत्वारिंशत् सूत्र ' का चीनी भाषा में अनुवाद किया । तबसे बराबर चीन में बौद्ध धर्म का प्रचार बढता गया । चीन से झंड के झुंड यात्री विद्याध्ययन के लिये भारत वर्ष में आते थे । चीन में अबतक ऐसे कई स्तूप पाए जाते हैं जिनके विषय में चीनियों का कथन है कि वे सम्राट अशोक के बनवाए हैं ।यौ०— चीन की दीवार = एक प्रसिद्ध दीवार जिसे ईसा से प्राय? दो सौ वर्ष पूर्व एक चीनी सम्राट ने उत्तरीय जातियों के आक्रमण से अपने देश की रक्षा करने के लिये बनवाया था । यह दीवार प्राय? १५०० मील लंबी है औऱ बहुत ऊँची, चौडी और दृढ बनी है । इसका कुछ अंश मंगोलिया और चीन देश की विभाजक सीमा है । इसकी गणना संसार के सात सबसे अधिक आश्चर्यजनक पदार्थों (सप्ताश्चर्य) में की जाती है । मुहा०— चीन का, या चीनी का बरतन या खिलौना आदि = दे० चीनी 'मिट्टी' । ९. उक्त देश का निवासी ।
पंक्ति 22:
 
== वाह्य सूत्र ==
* [http://hindi.cri.cn/chinaabc/index.htm चीनी ज्ञानकोषज्ञानकोश] - चीन के बारे में सम्पूर्ण जानकारी, हिन्दी में
{{साँचा:एशिया के राष्ट्र}}
{{pp-semi-template|small=yes}}
 
पंक्ति 31:
{{Link FA|fr}}
{{Link FA|vi}}
 
[[et:Hiina#Hiina Rahvavabariik]]
"https://hi.wikipedia.org/wiki/चीन" से प्राप्त