"सत्य हरिश्चन्द्र": अवतरणों में अंतर
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पंक्ति 108:
इतिप्रस्तावना
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पंक्ति 116:
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जवनिका उठती है
पंक्ति 256:
।। इति प्रथम अंक ।।
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पंक्ति 263:
'''<big>दूसरा अंक</big>'''
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स्थान राजा हरिश्चन्द्र का राजभवन।
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