"बंगाल की खाड़ी": अवतरणों में अंतर

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=== प्लेट टेक्टोनिक्स ===
 
[[File:Plates tect2 en.svg|thumb|right|250px|बंगाल की खाड़ी की तलहटी {{legend|#Ea6463|भारतीय प्लेट, लाल में दर्शित है |border=#000 solid 1px}}{{legend|#F9C498|border=1px solid #000|2= इंडो-ऑस्ट्रेलियाई प्लेट, डल नारंगी में दर्शित है। }}]]
पृथ्वी का [[स्थलमंडल]] कुछ भागों में टूटा हुआ है जिन्हें [[प्लेट विवर्तनिकी|विवर्तनिक प्लेट्स]] कहते हैं। बंगाल की खाड़ी के नीचे जो प्लेट है उसे [[भारतीय तख्ता|भारतीय प्लेट]] कहते हैं। यह प्लेट [[हिन्द-आस्ट्रेलियाई तख्ता|हिन्द-ऑस्ट्रेलियाई प्लेट]] का भाग है, और मंथर गति से पूर्वोत्तर दिशा में बढ़ रही है। यह प्लेट बर्मा लघु-प्लेट से [[सुंडा गर्त]] पर मिलती है। [[निकोबार द्वीपसमूह]] एवं [[अंडमान द्वीपसमूह]] इस बर्मा लघु-प्लेट का ही भाग हैं। भारतीय प्लेट सुंडा गर्त में बर्मा प्लेट के नीचे की ओर घुसती जा रही है। यहां दोनों प्लेट्स के एक दूसरे पर दबाव के परिणामस्वरूप तापमान एवं दबाव में ब्ढ़ोत्तरी होती है। यह बढ़ोत्तरी कई ज्वालामुखी उत्पन्न करती है जैसे म्यांमार के ज्वालामुखी और एक अन्य ज्वालामुखी चाप, सुंडा चाप। २००४ के सुमात्र-अंडमान भूकम्प एवं एशियाई सूनामी इसी क्षेत्र में उत्पन्न दबाव के कारण बने एक पनडुब्बी भूकम्प के फ़लस्वरूप चली विराट सूनामी का परिणाम थे।<ref>[http://www.idiom.com/~garcia/tsunami.html Tsunami]। अभिगमन तिथि: २१ जनवरी, २००७</ref>