"विष्णु": अवतरणों में अंतर

No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन
No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन
पंक्ति 47:
 
== वृन्दा का सतीत्व और विष्णु ==
विष्णु द्वारा असुरेन्द्रशिवांश जालन्धरजालंधर की स्त्री वृन्दा का सतीत्व अपहरण ।भंग। वृन्दा को वरदान था जब तक उसकी स्त्री काउसका सतीत्व अक्षुण बना रहेगा, तब तक उसेउसके पति को कोई भी मार नहीं सकेगा। पर वह इतना अत्याचारी निकला कि उसके लिए विष्णु को परस्त्रीगमन जैसे उपाय का आश्रय लेना पड़ा।
रूद्र संहिता युद्ध खंड, अध्याय 24 में लिखा है -