"गुड़हल": अवतरणों में अंतर

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== औषधीय उपयोग ==
भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद के अनुसार सफेद गुड़हल की जड़ों को पीस कर कई दवाएँ बनाई जाती हैं। मेक्सिको में गुड़हल के सूखे फूलों को उबालकर बनाया गया पेय '''एगुआ डे जमाईका''' अपने रंग और तीखे स्वाद के लिये काफी लोकप्रिय है। अगर इसमें चीनी मिला दी जाय तो यह क्रैनबेरी के रस की तरह लगता है। डायटिंग करने वाले या गुर्दे की समस्याओं से पीडित व्यक्ति अक्सर इसे बर्फ के साथ पर बिना चीनी मिलाए पीते हैं, क्योंकि इसमें प्राकृतिक मूत्रवर्धक गुण होते हैं। ताइवान के चुंग शान मेडिकल यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि गुड़हल के फूल का अर्क दिल के लिए उतना ही फायदेमंद है जितना रेड वाइन और चाय। इस फूल में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने में मददगार होते हैं। विज्ञानियों के मुताबिक चूहों पर किए गए अध्ययन में पाया गया कि गुड़हल (हीबीस्कूस्) का अर्क कोलेस्ट्राल को कम करने में सहायक है। इसलिए यह इनसानों पर भी कारगर होगा।<ref>{{cite web |url= http://www.prajabharat.com/fullstory.asp?storyid=C-10-1009484&sitecode=bhs&section=S1017&par=S31|title= गुड़हल का फूल घटाएगा कोलेस्ट्रॉल|accessmonthday=[[२५ अगस्त]]|accessyear=[[२००८]]|format=|publisher= प्रजाभारत|language=}}</ref>
 
== गुड़हल के फायदे<ref>[http://www.onlymyhealth.com/health-slideshow/benefits-of-hibiscus-in-hindi-1390277756.html गुड़हल के फायदे (onlymyhealth.com) ]</ref> ==
* किडनी की समस्‍या: गुड़हल को किडनी के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। गुड़हल की पत्ती से बनी चाय को कई देशों में दवा के रूप में इस्‍तेमाल किया जाता है। किडनी के रोगी इस चाय को बिना शक्‍कर के पियें। यह किडनी की पथरी को दूर करने में भी मदद करती है।
* सर्दी और खासी में फायदेमंद: गुड़हल की पत्ती विटामिन सी से भरपूर होती है। चाय या अन्य रूपों में इसका सेवन करने से सर्दी और खांसी से राहत मिलती है। अगर किसी को सर्दी लगती हो, तो उसे गुड़हल की चाय का सेवन करना चाहिए।
* गजब का हेयर कंडीशनर: गुड़हल की पत्ती और इसके फूल की पंखुड़ी से पेस्ट बनाकर उसका इस्‍तेमाल प्राकृतिक हेयर कंडीशनर के तौर पर किया जा सकता है। जब इसे शैंपू के बाद लगाया जाता है तो यह बालों के रंग को काला करता है और डैंड्रफ से भी छुटकारा दिलाता है।
* त्‍वचा की खास देखभाल: गुड़हल का इस्तेमाल कॉस्मेटिक स्किन केयर में भी किया जाता है। चीन की परंपरागत दवाओं में गुड़हल की पत्ती का इस्तेमाल एंटी-सोलर एजेंट के रूप में किया जाता है। यह अल्ट्रावाइलेट रेडिएशन को सोखकर आपकी त्‍वचा को नया रंग और रूप देता है। इतना ही नहीं त्‍वचा की झुर्रियों से भी निजात दिलाने में गुड़हल का इस्‍तेमाल होता है।
* बीपी से बचाये: गुड़हल हाईबीपी को नियंत्रित करने में मदद करता है। गुड़हल की पत्ती से बनी चाय पीने से रक्‍तचाप की समस्‍या दूर होती है। जो व्‍यक्ति ब्लड प्रेशर कम करना चाहते हैं, उन्‍हें नियमित रूप से इसका सेवन करना चाहिए।
* कोलेस्टेरोल करे कम: बैड यानी एलडीएल कोलेस्टेरोल को कम करने में भी गुड़हल काफी मदद करता है। गुड़हल की पत्‍ती की चाय पीने से कोलेस्‍ट्रॉल के स्‍तर को कम किया जा सकता है। गुड़हल में पाए जाने वाले तत्व अर्टरी में प्लैक को जमने से रोकते हैं। इससे कोलेस्‍ट्रॉल का स्‍तर कम होता है।
* घाव पर करे वार: गुड़हल का तेल का इस्तेमाल खुले घाव को जल्‍दी भरने में मदद करता है। इसके साथ ही कैंसर से हुए घाव पर भी गुड़हल का तेल लगाने से काफी लाभ होता है। साथ ही ये कैंसर के प्रारंभिक चरण में अगर गुड़हल का इस्‍तेमाल किया जाए तो यह उसे रोकने में मदद करता है।
* वजन कम करने और पाचन में सहायक: गुड़हल का सेवन भूख को काबू रखने में मदद करता है। इसका सेवन लंबे समय तक आपका पेट भरा रखता है। गुड़हल की पत्तियों को पानी में उबालकर पीने से भूख भी कम लगती है और पाचन क्रिया दुरुस्‍त रहती है। इससे शरीर से गैर जरूरी फैट खत्‍म हो जाता है।
* मासिक धर्म में आराम: गुड़हल का नियमित सेवन महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर कम करता है। इससे शरीर में हार्मोन का संतुलन बना रहता है। यही वजह है मेंस्ट्रल साइकल में किसी तरह की दिक्कत नहीं आती है।
* एंटी ऐजिंग: गुड़हल की पत्ती एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। यह शरीर में मौजूद फ्री-रेडिकल्स को हटाता है। इससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। कई मामलों में तो जीवन में भी वृद्धि हो जाती है।
 
== पुष्प ==