"बिहारशरीफ": अवतरणों में अंतर

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बिहारशरीफ को केन्द्रीय बिहार के मिष्ठान्नों तथा मीठे पकवानों के लिए भी जाना जाता है । इनमें [[खाजा]], [[मावे का लड्डू]], [[मोतीचूर के लड्डू]], [[काला जामुन]], [[केसरिया पेड़ा]], [[परवल की मिठाई]], [[खोये की लाई]] और [[चना मर्की]] का नाम लिया जा सकता है । इन पकवानो का मूल इनके सम्बन्धित शहर हैं जो कि बिहारशरीफ के निकट हैं, जैसे कि [[सिलाव]] का खाजा, [[बाढ]] का मावे का लाई, [[मनेर]] का [[लड्डू]], विक्रम का काला जामुन, [[गया]] का केसरिया पेड़ा, [[बख्तियारपुर]] का खोये की लाई पटना का चना मर्की, [[बिहिया]] की पूरी इत्यादि उल्लेखनीय है । वैसे यहा की रबरी काफी मशहूर है।
इसके अतिरिक्त इन पकवानों का प्रचलन भी काफी है -
* '''[[पुआ]]''', - मैदा, दूध, घी, चीनी मधु इत्यादि से बनाया जाता है ।
* '''[[पिठ्ठा]]''' - चावल के चूर्ण को पिसे हुए चने के साथ या खोवे के साथ तैयार किया जाता है ।
* '''[[तिलकुट]]''' - जिसे बौद्ध ग्रंथों में पलाला नाम से वर्णित किया गया है, तिल तथा चीनी गुड़ बनाया जाता है ।