"क्रीमिया": अवतरणों में अंतर

Chumwa (वार्ता) द्वारा किए बदलाव 2328489 को पूर्ववत किया
पंक्ति 12:
==क्रीमिया संकट==
{{मुख्य|२०१४ की युक्रेन क्राँति एवं क्रीमिया संकट}}
26 फरवरी 2014 को हथियारबंद रूस समर्थकों ने यूक्रेन के क्रीमिया प्रायद्वीप में संसद और सरकारी इमारतों पर को कब्जा कर लिया।<ref>{{cite web | url= http://hindi.economictimes.indiatimes.com/articleshow/31115001.cms| title= हथियाबंद प्रदर्शनकारियों के कब्जे में यूक्रेन की सरकारी बिल्डिंग| publisher = नवभारत टाईम्स| date= 27 फरवरी 2014| accessdate= 4 मार्च 2014}}</ref> २ मार्च को रूस की संसद ने भी राष्ट्रपति पुतिन के यूक्रेन में रूसी सेना भेजने के निर्णय का अनुमोदन कर दिया। <ref name="nbt-army">http://hindi.economictimes.indiatimes.com/world/europe/putin-gets-russian-parliament-approval-to-attack-ukraine/articleshow/31232126.cms रूसी संसद ने दी यूक्रेन में आर्मी भेजने की इजाजत</ref>इसके पीछे तर्क दियागया कि वहां रूसी मूल के लोग बहुतायत में हैं जिनके हितों की रक्षा करना रूस की जिम्मेदारी है।<ref name="nbt-7mar14">{{cite web | url= http://hindi.economictimes.indiatimes.com/india/national-india/---/articleshow/31552938.cms| title= रूस के साथ खड़ा है भारत| publisher = नवभारत टाईम्स| date= 7 मार्च 2014| accessdate= 7 मार्च 2014}}</ref> दुनिया भर में इस संकट से चिंता छा गई और कई देशों के राजनयिक अमले हरकत में आ गए।<ref>{{cite web| url = http://hindi.economictimes.indiatimes.com/world/europe/World-scrambles-as-Russia-tightens-grip-on-Crimea/articleshow/31348485.cms |title= यूक्रेन संकट : दुनिया बोली रुको रूस</ref> 4| मार्चdate को= रूस3 के राष्ट्रपति ने आँशिक रूप से यूक्रेन की सीमा पर युद्धाभ्यास रत सेनाएँ वापिस बुलाने की घोषणा कर दी, जिससे युद्ध का खतरा तो टल गया लेकिन क्रीमिया पर रूसी सैनिकों का कब्जा जारी रहा। <ref>http://hindi.economictimes.indiatimes.com/articleshow/31356242.cms पुतीन के यूटर्न के बाद सेंसेक्स 250मार्च अंक2014| चढ़ा,access निफ्टीdate=8 6300मई के2014 करीब}}</ref>
 
6 मार्च को [[क्रीमिया]] की संसद ने [[रूस|रूसी संघ]] का हिस्सा बनने के पक्ष में मतदान किया।<ref>[http://khabar.ibnlive.in.com/news/117047/2 आईबीएन खबर]</ref>जनमत संग्रह के परिणामों को आधार बनाकर 18 मार्च 2014 को क्रीमिया को रूसी फेडरेशन में मिलाने के प्रस्ताव पर [[रूस]] के राष्ट्रपति [[व्लादिमीर पुतिन]] ने हस्ताक्षर कर दिए। इसके साथ ही क्रीमिया रूसी फेडरेशन का हिस्सा बन गया है।<ref>[https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%AA%E0%A5%80%E0%A4%A1%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE:%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%9A%E0%A4%BE%E0%A4%B0/%E0%A4%89%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A5%80%E0%A4%A6%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B0#.E0.A4.9C.E0.A5.80-8_.E0.A4.B6.E0.A4.BF.E0.A4.96.E0.A4.B0_.E0.A4.AC.E0.A5.88.E0.A4.A0.E0.A4.95_.E0.A4.B0.E0.A4.A6.E0.A5.8D.E0.A4.A6_.E0.A4.95.E0.A5.80_.E0.A4.97.E0.A4.AF.E0.A5.80 क्रीमिया को रूसी फेडरेशन में मिलाने के प्रस्ताव पर पुतिन ने किए हस्ताक्षर]एन॰डी॰ टीवी इंडिया</ref> उल्लेखनीय है कि क्रीमिया 18वीं सदी से रूस का हिस्सा रहा है लेकिन 1954 में तत्कालीन रूसी नेता ख्रुश्चेव ने यूक्रेन को भेंट के तौर पर क्रीमिया दिया था।<ref name="nbt-7mar14"/>
 
== इन्हें भी देखें ==