"स्मृति (मनोविज्ञान)": अवतरणों में अंतर
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Dinesh smita (वार्ता | योगदान) |
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इस प्रकार के स्मृति भ्रंश में नई सूचनाएं याद करने में कठिनाई होती है, लेकिन बीती घटनाओं की स्मृतियां बिल्कुल ठीक होती हैं। ऐसे उदाहरण देखने को मिलते हैं कि किसी के मस्तिष्क के किसी खास हिस्से पर चोट लग गई हो और उसके बाद उसे केवल पुरानी बाते याद रह गई हों और दुर्घटना के बाद की किसी नई स्मृति के लिए कोई स्थान ही न बचा हो।
=== पश्चगामी (रेट्रोग्रेड) स्मृतिलोप (Retrograde Amnesia) ===
इसके लक्षणों में पुरानी घटनाएं तो आश्चर्यजनक रूप से भूल जाती हैं लेकिन नई घटनाओं से संबंधित स्मृतियों में कोई परेशानी नहीं होती। ऐसे उदाहरण देखने को मिलते हैं कि किसी दुर्घटना के बाद पुरानी सारी
=== अभिप्रेरित विस्मृति (Motivated Forgetting) ===
यह देखा गया है कि कभी कभी हमारा मन हमें कुछ विशेष स्मृतियों तो भूलने के लिए भी प्रेरित करता है। और हम उन्हें पूरी तरह से भूल भी जाते हैं। हमारे वर्तमान को सुखद बनाने के लिए प्रकृति द्वारा ऐसी व्यवस्था की गई है। ऐसा विशेष तौर पर बहुत ही पीड़ादायक स्मृतियों के संदर्भ में होता है। उदाहरण के लिए बाल्यकाल में हुई कोई दुखद घटना, दंड आदि। यहां उल्लेखनीय होगा कि ये स्मृतियां केवल हमारे चेतन मन से लुप्त होती हैं। कहीं गहरे अचेतन में इनके अंश विद्यमान होते हैं।
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