"राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान, नई दिल्ली": अवतरणों में अंतर

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इस विभाग द्वारा संस्कृत के प्रचार के लिए मंत्रालय के विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाता है-
 
* '''स्वैच्छिक संस्कृत संगठनों को वित्तीय सहायता''':-
इस योजना के अन्तर्गत संगठन/संस्थाओं को संस्कृत के प्रचार प्रसार के लिए किए जा रहे क्रियाकलापों और उनका विस्तार करने या नई योजनाएं बनाने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है।
 
* '''अखिल भारतीय वाक्स्पर्धा''':-
इस योजना के अन्रगत अखिल भारतीय स्तर पप आठ सास्त्कीय विषयों मे वाक्स्पर्धाओं का औयोजन किया जाता है। साथ ही अन्त्याक्षरी एवं सम्स्यापूर्ति स्पर्धाएं थभी आयोजित की जाती है, जिनमें देश क सभी प्रान्तों से छात्र भाग लेते है।
 
* '''शास्त्रचूडामणि योजना''':-
संस्कृत भाषा मे उपलब्ध विभिन्न शास्त्रों में शिक्षकों तथा शोध छात्रों के विशेष मार्गदर्शन के लिए विद्यापीठों एवं अन्य संस्कृत संस्थाओं में सुप्रसिद्ध सेवा निवृत्त संस्कृत विद्वानों को इस योजना के अन्तर्गत दो वर्ष के लिए (एक वर्ष की सम्भावित वृद्धि) नियुक्त किया जाता है।
 
* '''व्यावसायिक प्रशिक्षण योजना''':-
इस योजना के अन्तर्गत संस्कृत छात्रों के लिए ज्योतिष, कर्मकाण्ड, पुरालिपिशास्त्र, पाण्डुलिपि विज्ञान, संस्कृत आशुलिपि-टंकण आदि का अल्पकालिक व्यावसायिक प्रशिक्षण संचालित करने के लिए संस्कृत संस्थाओं को आर्थिक अनुदान दिया जाता है।
 
* '''संस्कृतशब्दकोश परियोजना''':-
इस योजना के अन्तर्गत ऐतिहासिक सिद्धान्त के आधार पर विश्वकोष के समान संस्कृतशब्दकोष के निर्माण एवं प्रकाशन के लिए डेकन कालेज पुना को वार्षिक अनुदान दिया जाना एक अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व का कार्य है। सम्प्रति इसके चार खण्ड (2446) पृष्ठ प्रकाशित हो चुके है।
 
* '''सुप्रसिद्ध संस्कृत, अरबी और फारसी के विद्वानों को राष्ट्रीय सम्मान''':-
प्रतिवर्ष देश के सुप्रसिद्ध संस्कृत, अरबी और फारसी भाषा के विद्वानों का उनकी विशिष्ट सेवा के आधार पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा राष्ट्रपति सम्मान के लिए चयन किया जाता है तथा इन्हें आजीवन प्रतिवर्ष 50.000 रू0 सम्मान राशि दी जाती है।
 
* '''आदर्श संस्कृत महाविद्यालय/ शोध संस्थान योजना''':-
इस योजना के अन्तर्गत देश में संस्कृत शिक्षण के प्रोत्साहनार्थ उसके प्रचार-प्रसार में संलग्न संस्कृत पाठशालाओं/महाविद्यालयों को संस्थान द्वारा स्वीकृत किया जाता है। इन्हें 15 प्रतिशत का आवर्ती अनुदान और 75 प्रतिशत अनावर्ती अनुदान दिया जाता है। इनका प्रसासन प्रबन्ध समिति के द्वारा किया जाता है।
 
'''आदर्श पाठशाला योजना''' के तहत सम्प्रति देश भर में 23 आदर्श महाविद्यालय है:-
# स्वामी परांकुशाचार्य आदर्श संस्कृत महाविद्यालय, हुलासगंज, जिला-गया (बिहार)
# लक्ष्मीदेवी शराफ आदर्श संस्कृत महाविद्यालय, कालीरेखा, जिला-देवधर-814112(बिहार)