"सर्वर साहिब": अवतरणों में अंतर

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इन्होने सबसे पहले रिसाला गंचा मे बच्चो के लिय बाल-कथा लिखी ! जवाहर साहब बंग्लोरी के इंतेक़ाल पे मर्सिया भी लिखा
इनका पहला मजमा कलाम अर मुगाने केरल 1970 में शाये हुआ 49 नज़्मों पर मबनी नवाऐ सरवर 1988 में मंजीरे आम पर आया इसके अलावा [[वायकुमवैकम मुहम्मद बशीर]] , [[एम॰ टी॰ वासुदेव नायर]] आदि मशहूर आदीबो की कहानिया [[उर्दू]] में तर्जुमा कर के छपी
 
==इंतेक़ाल==