जो लोग विकिपीडिया को संपादित कर रहे हैं, उन्हें '''विकिपीडियन''' कहते हैं।
वैज्ञानिक यन्त्र
कोई भी विकिपीडियन बन सकता -- आप भी । केवल किसी लेख के शीर्ष पर ''संपादित करें'' कड़ी पर क्लिक करें।
ऑल्टीमीटर - इससे विमानोँ की ऊँचाई नापी जाती हैँ।
== जनसांख्यिकीय ==
एमीटर - इससे ऐम्पीयर्स मेँ विधुत धारा को नापा जाता हैँ।
नामित सदस्यों की संख्या 90 लाख से अधिक है (हिन्दी विकिपीडिया पर '''{{NUMBEROFUSERS}}''')। आप [[:en:Special:ListUsers| पूर्ण उपयोगकर्ता सूची]] देख सकते हैं अथवा इस पर खोज कर सकते हैं। अधिकांश सदस्य नियमित योगदानकर्ता नहीं हैं। अपेक्षाकृत अधिक संख्या में अपंजीकृत उपयोगकर्ता भी योगदान करते हैं। अधिक सांख्यिकीय जानकारी के लिए देखें: [[विशेष:Statistics|विकिपीडिया आंकड़े]]।
विकिपीडियनों की विविधता उनके बारे में स्पष्ट टिप्पणी न कर पाने के लिए बाध्य करती है। विकिपीडियनों के बारे में जानकारी उन सदस्यों के [[:en: Wikipedia:User page|सदस्य पृष्ठों]] पर उपलब्ध है जिन्होंने इसे बनाया है।
एनिमोमीटर - इससे वायु की शक्ति तथा गति को नापा जाता हैँ।
== नामकरण ==
आडियोमीटर - यह मनुष्य द्वारा ध्वनि के सुनने की क्षमता को मापने वाला यंत्र हैँ।
यह प्रस्तावित किया गया है कि '''विकिपीडिस्ट''' अधिक उपयुक्त नाम रहेगा, चूंकि एक [[ज्ञानकोष|एनसाक्लोपीडिया]] में योगदान देने वाले को ''एनसाइक्लोपीडिस्ट'' कहा जाता है। '''"विकिपीडिया"''', हालांकि, यह एक समुदाय का भाग होने काअ भाव देता है। इस लिए, विकिपीडियन वे लोग होते हैं, जो [[विकिपीडिया:समाज मुखपृष्ठ|विकिपीडिया समुदाय]] का निर्माण करते हैं।
== योगदान शैली ==
ओडियोफोन - इसे लोग सुनने मेँ सहायता के लिए कान मेँ लगाते हैँ।
कुछ विकिपीडियन नए सदस्यों का स्वागत करते हैं, कुछ योग्य सदस्यों को पुरस्कार देते हैं। कुछ नए चित्र अपलोड करते हैं; कुछ इतिहास संबंधित लेखों पर कार्य करते हैं; कुछ व्याकरण सुधार करते हैं; तथा कुछ बुरे परिवर्तनों को पूर्ववत करते हैं। कई इन सब कार्यों को करते हैं। दुर्भाग्यवश, कुछ गलत अद्यतन करते हैं, जिससे दूसरों को अधिक कार्य करना पड़ता है। वे सब विकिपीडियन , जो बुरे परिवर्तन नहीं करते, विकिपीडिया के लिए मूल्यवान हैं।
इसके अतिरिक्त, कुछ विकिपीडियन लेखों को लिख कर तथा उनका संपादन करके योगदान देते हैं, तथा कुछ विकिपीडिया के प्रबंधन का कार्य करते हैं।
बेरोग्राफ - यह वायुमण्डल के दाब मेँ होने वाले परिवर्तन को नापता है और स्वतः ही इसका ग्राफ बना देता हैँ।
== यह भी देखें ==
बाइनोकुलर्स - इससे दूर स्थित वस्तुयेँ स्पष्ट देखी जा सकती हैँ।
* [[Meta:Wikipedian|विकिपीडियन]]
* [[M:Wikipedians who blog|ब्लॉग लिखने वाले विकिपीडियन]]
[[ml:വിക്കിപീഡിയ:വിക്കിപീഡിയര്]]
कैलीपर्स - इससे गोल वस्तुओँ के भीतरी तथा बाहरी व्यास नापा जा सकता है इससे मोटाई भी नापी जा सकती हैँ।
कैलोरीमीटर - इससे ऊष्मा की मात्रा मापी जाती हैँ।
कारडियोग्राम - इससे हृदय रोग से ग्रसित व्यक्ति की हृदय गति की जाँच की जाती हैँ।
सिनेमोटोग्राफ - इस यंत्र के द्वारा छोटी-छोटी फिल्म के चित्रोँ को बड़ा करके दिखाया जाता हैँ। इसमेँ अनेक लैंसोँ को इस प्रकार लगाया जाता है कि चित्र गतिमय दिखाई देते हैँ।
कम्पास नीडिल - इसके द्वारा किसी स्थान की दिशा ज्ञात की जाती हैँ।
एपीडायस्कोप - इस यंत्र के द्वारा अपारदर्शक चित्र पर्दे पर दिखाये जा सकते हैँ।
यूडिओमीटर - इसके द्वारा गैसोँ मेँ रासायनिक क्रिया के कारण होने वाले आयतन के परिवर्तनोँ को नापा जाता हैँ।
फेदोमीटर - इससे समुद्र की गहराई नापी जाती हैँ।
ग्रामोफोन - इस उपकरण के द्वारा रिकॉर्ड पर अंकित ध्वनि तंरगोँ को पुनः उत्पादित किया जा सकता है और सुना जा सकता हैँ।
ग्रेवोमीटर - इससे पानी की सतह पर तेल की उपस्थिति ज्ञात की जाती हैँ।
हाइग्रोमीटर - इससे वायुमण्डल मेँ व्याप्त आर्द्रता नापी जाती हैँ।
हाइड्रोफोन - इससे पानी मेँ ध्वनि को अंकित किया जाता हैँ।
लैक्टोमीटर - इससे दूध की शुद्धता ज्ञात की जाती हैँ।
मैनोमीटर - इससे गैसोँ का दाब ज्ञात करते हैँ।
माइक्रोस्कोप - बहुत ही सूक्ष्म वस्तुओँ को इस उपकरण द्वारा आवर्धन करके (Magnify) देखा जाता हैँ।
माइक्रोटोम - इसे किसी वस्तु को बहुत पतले-पतले भागोँ मेँ काटने के काम मेँ लाया जाता हैँ।
ओडोमीटर - इससे मोटर गाड़ी की गति को ज्ञात किया जाता हैँ।
पैराशूट - यह छाते के समान उपकरण है जिससे युद्ध या आपात स्थिति के समय वायुयान से नीचे कूदा जा सकता हैँ।
पेरिस्कोप - इसके द्वारा जब पनडुब्बी पानी के अंदर होती है तो पानी की सतह का अवलोकन कर सकती है और इसमेँ बैठे लोग बिना किसी के जाने हुए बिना किसी बाधा के बाहरी हलचल ज्ञात कर सकते हैँ।
फोनोग्राफ - इससे ध्वनि की तरगोँ को पुनः ध्वनि मेँ परिवर्तित किया जाता हैँ।
फोटोकैमरा - इससे फोटोग्राफ लेकर कैमीकल्स की सहायता से इसे डेवलप किया जाता है ताकि सही चित्र बनकर निकलेँ।
पिपेट - इसकी सहायता से द्रव की मापी गई मात्रा दूसरे बर्तन मेँ डाली जा सकती हैँ।
पोटेन्शियोमीटर - इससे किसी सेल के विधुत वाहक बल तथा तार के दो सिरोँ के विभवान्तर की नाप होती हैँ।
पायरोमीटर - उच्च तापोँ को मापने का उपकरण हैँ।
रेडियेटर - यह कारोँ तथा गाड़ियोँ के इंजनो को ठण्डा करने वाला उपकरण हैँ।
रेन गेज - इससे किसी विशेष स्थान पर हुई वर्षा की मात्रा नापी जाती हैँ।
रेडियोमीटर - इस यंत्र द्वारा विकीर्ण ऊर्जा की तीव्रता को नापा जाता हैँ।
शर्करामापी - यह यंत्र किसी घोल मेँ शक्कर की मात्रा नापने के काम आता हैँ।
सिस्मोग्राफ - इस यंत्र से पृथ्वी सतह पर आने वाले भूकम्प के झटकोँ का स्वतः ही ग्राफ चित्रित होता हैँ।
स्पेक्ट्रोमीटर - इस यंत्र के माध्यम से स्पेक्ट्रम की उत्पत्ति की जाती है जिससे कि विभिन्न किरणोँ के तरंग दैर्ध्य को नापा जा सकेँ।
स्पीडोमीटर - इससे किसी मोटर गाड़ी की चालन गति ज्ञात की जाती हैँ।
स्फैरोमीटर - इससे धरातल की वक्रता नापी जाती हैँ।
स्फिग्मोमेनोमीटर - इससे धमनियोँ मेँ बहने वाले रक्त का दाब नापा जाता हैँ।
स्फिग्मोफोन - इससे नाड़ी धड़कन को तेज ध्वनि मेँ सुना जा सकता हैँ।
स्टीरियोस्कोप - यह एक प्रकार का उत्तम वाइनोकुलर है। इससे किसी द्विविमीय चित्र को भली-भांति देखा जा सकता हैँ।
स्टेथिस्कोप - इससे हृदय तथा फेफड़ोँ की आवाज को सुना जा सकता है और रोग के लक्षण ज्ञात किये जा सकते हैँ।
स्टोप वॉच - इससे किसी कार्य या क्रिया की समय अवधि (यदि वह 30 मिनट से अधिक नहीं है) सही रूप मेँ नापी जा सकती हैँ।
स्ट्रोवोस्कोप - इससे उन वस्तुओँ को जो तेज गति से घूम रही है रूकी हुई अवस्था मेँ उनकी जाँच की जाती हैँ।
टैकोमीटर - इससे वायुयानोँ तथा मोटर वोटोँ की गति नापी जाती हैँ।
टेलीफोन - इसके द्वारा दो व्यक्ति, जो एक दूसरे से दूर होते हैँ, आपस मेँ बातचीत कर सकते हैँ।
टेलिस्कोप - इसकी सहायता से दूर स्थित वस्तुयेँ स्पष्ट देखी जा सकती हैँ।
टेलस्टार - 10 जुलाई, 1962 को कैप कैनडी से छोड़ा गया यह अंतरिक्ष का संचार उपग्रह है इसके द्वारा एक देश के निवासी दूसरे देश के निवासियोँ से टेलिफोन द्वारा बातचीत कर सकते हैँ इसके अतिरिक्त टेलिविजन संचार भी विभिन्न देशोँ मेँ इसके द्वारा संभव हो सका हैँ।
थ्योडोलाइट - यह सर्वेक्षण करने का यंत्र है जो क्षैतिज तथा ऊर्ध्वाधर कोणोँ को नापकर दूरी को ज्ञात कराता हैँ।
थर्मोकपल - जब भिन्न-भिन्न धातुओँ के तारोँ को सिरोँ पर जोड़ा जाय और उनमेँ से एक ओर के सिरोँ को गर्म किया जाये तथा दूसरी ओर के सिरोँ को एक कम स्थिर ताप पर रखा जाये तो परिपथ मेँ एक विधुत धारा बहने लगती हैँ इस प्रकार भिन्न धातुओँ के जोड़े को थर्मोकपल कहते हैँ।
थर्मोस्टेट - इस यंत्र के द्वारा उष्मा अपूर्ति पर नियंन्नण करके किसी वस्तु या पदार्थ का तापमान किसी बिन्दु पर नियत कर दिया जाता हैँ।
विस्कोमीटर - इस यंत्र से द्रवोँ की श्यानता नापी जाती हैँ।
लाइफ बोट तथा लाइफ वेस्ट - जब कोई जहाज डूबता है तो इनको उपयोग मेँ लाकर यात्रियोँ को बचाया जाता हैँ।
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