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चोर समर्थक चोर
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अब रचनात्मक वीचारोंके लीये उन सब चोरोको सोचना चाहीये क्या करना चाहीये? प्रबंधक राजीव मास, पुर्णीमा वर्मन, मनीश वशीश्थ, मीतुल ओर सुमीत सिहां सबने मीलकर पहले रचनात्मक कारवाइ नहीं की जीसके वजह चोर प्रबंधक राजीव मास को कुकर्म करनेका अधीकार मील गया । अब वे सब कोनसे रचनात्मक कार्य की सलाह दे सकते हैं?--[[सदस्य:Wiki142|Wiki142]] १७:४३, २६ अगस्त २००८ (UTC)
 
 
==मेरा पक्ष==
 
http://hi.wikipedia.org/w/index.php?title=%E0%A4%B8%E0%A4%A6%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%AF_%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BE:Amitprabhakar&diff=next&oldid=174844
 
 
हालाकि आपने मुझ से नही पुछा है लेकिन मै बताना चाहता हूँ क्योकी प्रतिबन्धित vkvora2001 को ना तो लिखने की तमीज है और नाही तर्क देने कि । मेरे वार्ता पर म्मेरे ही हद्ताक्षर के पीछे श्री राजीव्मास, और मेरे लिए गलत औरौर बिना कारण मान्हाहिजनक बाते कर रहा है यहा तक कि पुर्णिमा बर्मन जी और अन्य सद्र्यो को भी खुली चुनौति दे रहा है । और वो भी विबिन्न आई पी अद्रेस से । यह कुंठित रोगी अंग्रेजी विकिपीडिया पर भी प्रतिबन्धित है । पिक्ष्ले कुछ दिनो से आपत्तिजनक बाते यहा पागलो की तरह ल्लिख रहा है जब मैने मराठी पर भी यही तरीका देखा तो पक्का हो गया कि यह vkvora2001 ही है इस दुष्ट की लेखन शैली भी मेल खाती है । '''कारण्'''- मै ही हिन्दी विकि पर इसके देश्द्रोही संवाद को सामने लाया था । और मैने ही इसे जैनो को सीधे सीधे देश्द्रोही बोलने पर आपत्ती की थी । अरे मेरा वार्ता पेज मैने ही ह्स्ताक्षरित किया और उसका आरोप लगाता है श्री प्रबन्धक राजिव्मास पर , यह उनसे चिडता है कियोकी उन्होने ही इसे बार बार अपने लेखि को सुधारने को कहा (ये तो आप भी मराठी विकि पर इसे कहते हैं और अंग्रेजी विकिपीडिया पर भी इसको अक्ल नही आई) और प्रस्ताव पर सहम्ती के साथ ठोस कारण देकर इसे प्रतिबन्धित किया था । पिछ्ले दिनो जो हुवा मुझे इसका खेद है लेकिन मै अब हिन्दी विकी पर बहुत अधिक प्रसिद्ध् हो चुका हूं। --[[सदस्य:Jain|Dr. Jain]] १५:४७, १९ मार्च २००८ (UTC)