"गोचर": अवतरणों में अंतर
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=== गोचर से फल ज्ञात करना ===
ग्रह विभिन्न राशियों में भ्रमण करते हैं. ग्रहों के भ्रमण का जो प्रभाव राशियों पर पड़ता है उसे गोचर का फल या गोचर फल कहते हैं. गोचर फल ज्ञात करने के लिए एक सामान्य नियम यह है कि जिस राशि में जन्म समय चन्द्र हो यानी आपकी अपनी जन्म राशि को पहला घर मान लेना चाहिए उसके बाद क्रमानुसार राशियों को बैठाकर कुण्डली तैयार कर लेनी चाहिए. इस कुण्डली में जिस दिन का फल देखना हो उस दिन ग्रह जिस राशि में हों उस अनुरूप ग्रहों को बैठा देना चाहिए. इसके पश्चात ग्रहों की दृष्टि एवं युति के आधार पर उस दिन का गोचर फल ज्ञात किया जा सकता है.
=== ग्रहों का राशियों में भ्रमण काल- ===
सूर्य,शुक्र,बुध का भ्रमण काल 1 माह,
चंद्र का सवा दो दिन,
मंगल का 57 दिन,
गुरू का 1 वर्ष,
राहु-केतु का 1-1/2 डेढ़ वर्ष
व शनि का भ्रमण का - 2-1/2 ढ़ाई वर्ष होता है
=== गोचर से जन्म कुन्डली का फ़लादेश ===
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