"दूरस्थ शिक्षा": अवतरणों में अंतर

No edit summary
पंक्ति 45:
* किसी भी कोर्स के लिए उम्र बाधा नहीं होती है।
 
* दूरस्थ शिक्षा में सबसे महत्वपूर्ण कार्य 'पाठ्य सामग्री तैयार करना' है। शिक्षक इसमें शिक्षक सामने नहीं होते। इसलिए पाठ्य सामग्री ही शिक्षक का काम करता है।
 
* '''मान्यता''' : पत्राचार से किए गए कोर्सों की मान्यता कहीं कम नहीं आंकी जाती। ये भी उतने ही महत्वपूर्ण होते हैं जितने की रेग्युलर कोर्स।
 
* साधारण कोर्स के साथ ही वोकेशनल कोर्स तथा प्रोफेशनल कोर्स भी दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से किये जा सकते हैं।
 
* आजकल दूरस्थ शिक्षा के द्वारा विद्यार्थी ग्रेजुएट, एमफिल, पीएचडी’, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्सेज़ आदि सभी कोर्स कर सकते हैं।<ref>[http://www.chauthiduniya.com/2009/06/dursth-siksha-madhyam.html दूरस्थ शिक्षा माध्यम है, तो कुछ ग़म नहीं]</ref>
 
==सन्दर्भ==
{{टिप्पणीसूची}}
 
== इन्हें भी देखें ==