"वैशाली": अवतरणों में अंतर

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'''वैशाली''' [[बिहार]] [[प्रान्त]] का एक जिला है। [[बज्जिका]] तथा हिन्दी यहाँ कि मुख्य भाषा है। कहा जाता है कि वैशाली में ही विश्व का सबसे पहला [[गणराज्य]] यानि "रिपब्लिक" कायम किया गया था। वैशाली जिला [[भगवान]] [[महावीर]] की जन्म स्थली होने के कारण [[जैन धर्म]] के मतावलंबियों के लिये भी एक पवित्र नगरी है। वैशाली जिले का मुख्यालय [[हाजीपुर]] में है।
 
वैशाली न केवल ऐतिहासिक रूप से समृद्ध है वरन कला और संस्‍कृति के दृष्टिकोण से भी काफी धनी है। विश्‍व को सर्वप्रथम लोकतंत्र का ज्ञान करानेवाला स्‍थान वैशाली ही है। आज वैश्विक स्‍तर पर जिस लोकशाही को अपनाया जा रहा है वह यहां के शासकों की ही देन है। आज से लगभग 6 शताब्दि ईसा पूर्व, वज्‍जी और लिच्‍छवी के काल में यहां का शासक जनता के द्वारा चुना जाता था। मौर्य और गुप्‍त राजवंश में जब पाटलीपुत्र (आधुनिक पटना) राजधानी के रूप में विकसित हुआ, तब वैशाली इस क्षेत्र में होने वाले व्‍यापार और उद्योग का प्रमुख केंद्र था। भगवान बुद्ध ने वैशाली के समीप कोल्‍हुआ में अपना अंतिम संबोधन दिया था। इसकी याद में महान सम्राट अशोक ने तीसरी शताब्दि ईसा पूर्व सिंह स्‍तंभ का निर्माण करावया था। महात्‍मा बुद्ध के महापरिनिर्वाण के लगभग 100 वर्ष बाद वैशाली में दूसरे बौद्ध परिषद का आयोजन किया गया था। इस आयोजन की याद में दो बौद्ध स्‍तूप बनवाए गए।