"उडुपी राजगोपालाचार्य अनंतमूर्ति": अवतरणों में अंतर

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उनका विवाह ईस्तर के साथ हुआ। उनकी दो संताने हैं पुत्री अनुराधा और पुत्र शरत।
२२ अगस्त २०१४ को ८१ वर्ष की अवस्था में उनका लंबी बीमारी के बाद बंगलौर में निधन हो गया.
 
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== पुरस्कार / सम्मान ==
* १९९४ ई. में ज्ञानपीठ पुरस्कार - कन्नड़ साहित्य में योगदान और आम आदमी के लिए लिखने की उनकी नई सोच के लिए
 
== संदर्भ ==