"कार्ट रेसिंग": अवतरणों में अंतर

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== इतिहास ==
[[चित्र:Bundesarchiv Bild 183-B1007-0016-001, 5. Berliner K-Wagen-Rennen.jpg|thumb|1963 में पूर्वी बर्लिन की गलियों में कार्ट रेसिंग]]
आर्ट ऐंजिल्स आमतौर पर कार्टिंग के जनक के रूप में स्वीकृत हैं. एक अनुभवी हॉट रॉडर और कुर्तिक्राफ्ट पर एक रेस कार निर्माता के रूप में उन्होंने 1956 में दक्षिणी कैलिफोर्निया में पहली कार्ट बनायी.<ref> [http://web.archive.org/web/20060316145444/http://www.cikfia.com/web/karting/webkarting.nsf/CIKFIA_Dpliant50ansKarting.pdf 50 इयर्स ऑफ कार्टिंग 1956-2006 सीआईके-एफआईए]</ref> कार्टिंग तेजी से अन्य देशों में फैल गयी,<ref> [http://www.vintagekarts.com/europe.htm हाउ दी कार्ट वाज़ फस्ट इंट्रोड्यूजड टू यूरोप - बाय बर्टन रेनफ्रेंक - जून 2004]</ref> और वर्तमान में [[यूरोप]] में इसके बड़ी संख्या में दीवाने हैं.
 
गोकार्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (1958) नामक एक अमेरिकी कंपनी पहली कार्ट निर्माता कंपनी थी. मक्कलोच वह पहली कंपनी थी जिसने 1959 में, कार्ट के लिए इंजन का उत्पादन किया. इसकी पहला इंजन मक्कलोच एमसी -10,<ref> [http://macbobaust.com/kart_engines.html दी मक्कलोच कार्ट इंजन]</ref> एक अनुकूलित चेनसॉ [[द्विघात इंजन|2 स्ट्रोक]] इंजन था.<ref> [http://www.vintagekarts.com/mcstory.htm 1959 - मक्कलोचस एंट्री इनटू कार्ट रेसिंग]</ref> बाद में 1960 के दशक में [[मोटरसाइकल|मोटरसाइकिल]] इंजन भी कार्ट उपयोग के लिए अनुकूलित किया गया जब तक कि समर्पित निर्माताओं, विशेष रूप से इटली (आईएएमई) ने इस खेल के लिए इंजन का निर्माण करना शुरु किया.
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* [[फोर स्ट्रोक इंजन|4 स्ट्रोक]] इंजन मानक एयर कूल्ड औद्योगिक आधारित इंजन हो सकते हैं, जो कभी - कभी छोटे संशोधनों के साथ 5 से 20 अश्वशक्ति के विकसित हो सकते हैं. ब्रिग्स एण्ड स्ट्रैटन, टेकमसेह, कोहलर, रॉबिन, और होंडा ऐसे इंजनों के निर्माता हैं. वे रेसिंग और मनोरंजक कार्ट अनुप्रयोगों के लिए पर्याप्त हैं. यामाहा, टीकेएम, बीलैंड या एक्सिरो (वैंकेल इंजन) जैसे निर्माताओं द्वारा 15 से 48 अश्वशक्ति क्षमता वाले अधिक शक्तिशाली 4स्ट्रोक इंजन उपलब्ध हैं. वे 11000 आरपीएम तक गति प्राप्त कर सकते हैं और विशेष रूप से कार्टिंग के लिये निर्मित हैं. इनका प्रयोग दो स्ट्रोक जैसे कुछ राष्ट्रीय चैम्पियनशिप वर्गों में किया जाता है.
 
* [[द्विघात इंजन|2 स्ट्रोक]] कार्ट इंजन समर्पित निर्माताओं द्वारा विकसित और निर्मित किये गये हैं. डब्ल्यु.टी.पी., कोमर, आईएएमई (पारिल्ला, कोमेट), टीएम, वोरटैक्स, टाइटन, आर.ई.एफ. ओ., टी.के.एम., पी.आर.डी., यामाहा, और रोटैक्स आदि ऐसे इंजनों के निर्माता हैं. ये 8 अश्वशक्ति एकल सिलेंडर 60 सीसी इकाई (वोरटैक्स का मिनिरॉक) से 90 अश्वशक्ति जुड़वां इंजन 250 सीसी के विकसित हो सकते हैं.<ref name="Superkart"/> आज, दुनिया भर में टच एण्ड गो (टीएजी) 125 सीसी इकाई का प्रयोग करने वाले इंजन सर्वाधिक लोकप्रिय हैं. हाल ही में 125 सीसी केएफ1 इंजन इलैक्ट्रॉनिक रूप से 16000 आरपीएम पर सीमित हैं.<ref> ''"आर्टिकल 21; स्पेसिफिक रेगुलेशन्स फॉर केएफ1 ; इंजन स्पीड लिमिटेड टू मैक्सिमम 16,000 rpm."'' - [http://web.archive.org/web/20100330233508/http://www.cikfia.com/web/karting/webkarting.nsf/C54F7EAD9380CB63C125707500537686/$FILE/WEB_RT%202010_full_version.pdf सीआईके-एफआईए 2010 टेक्नीकल रेगुलेशन्स]</ref> आज ज्यादातर पानी द्वारा शीतलित हैं; हालाकि, पहले से एयर कूल्ड इंजनों का खेल में बोलबाला है.
 
=== प्रसारण ===
कार्ट में विभेदक या डिफरेंशियल नहीं होता है.<ref name="chassis"/><ref> [http://web.archive.org/web/20100330233508/http://www.cikfia.com/web/karting/webkarting.nsf/C54F7EAD9380CB63C125707500537686/$FILE/WEB_RT%202010_full_version.pdf सीआईके-एफआईए 2010 टेक्नीकल रेगुलेशन्स 2.8]</ref> विभेदक की कमी से मतलब है कि एक पीछे के टायर कार्नरिंग के दौरान फिसलना चाहिए; ऐसा चेसिस की डिजाइन से संभव होता है कि अंदर के पीछे के टायर कोने पर कार्ट के मुड़ने के वक्त थोड़ा से उठे. इससे टायर को अपनी पकड़ को ढीली करने एवं मैदान से पूर्णतः फिसलने या उठने में मदद मिलती है.
 
इंजन से एक श्रृंखला या चेन के माध्यम से पिछली धुरी या एक्सल तक शक्ति प्रसारित होती है. इंजन और एक्सल स्प्रोकेट्स दोनो ही हटाने योग्य होते हैं ; इंजन से सबसे ज्यादा शक्ति अर्जित करने के लिए परिपथ की स्थितियों के अनुसार उनके अनुपात को अनुकूलित किया जाना होता है.
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[[चित्र:Norman-nato-europe-angerville-2008.jpg|thumb|सीआईके-एफआईए (CIK-FIA) यूरोपीय चैम्पियनशिप 2008 में केज़ेड1 (KZ1) कार्ट]]
[[चित्र:Ben Willshire GP1.jpg|thumb|सुपरकार्ट]]
सीआईके-एफआईए केएफ1, केएफ2, केएफ3, केजैड1, केजैड2 एवं सुपरकार्ट में अंतर्राष्ट्रीय चैंपियनशिप स्वीकृत करता है. इन्हें शीर्ष स्तर वर्ग की कार्टिंग के रूप में माना जाता है और दुनिया भर में राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में ये रेस होती हैं. विश्व चैम्पियनशिप का यहाँ फैसला किया जाता है. 2010 के मौजूदा विश्व चैंपियन [[नीदरलैण्ड|नीदरलैंड]] के निक डे ब्राइस हैं.<ref> [http://web.archive.org/web/20100922214253/http://www.cikfia.com/News2010/Zuera/KF2WKCFINALR.pdf 2010 सीआईके-एफआईए कार्टिंग वर्ल्ड चैम्पियनशिप - ऑफिशियल क्लासिफिकेशन]</ref>
 
सीआईके-एफआईए श्रेणियाँ
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=== चालक उपकरण ===
कार्ट चालकों को सुरक्षा के लिए समुचित उपकरण पहनने की आवश्यकता है:<ref> [http://web.archive.org/web/20090306070039/http://www.cikfia.com/web/karting/webkarting.nsf/C54F7EAD9380CB63C125707500537686/$FILE/Web_RT2009.pdf 2009 सीआईके-एफआईए कार्टिंग टेक्नीकल रेगुलेशंस] - आर्टिकल 3 : कार्ट और उपकरण सुरक्षा</ref>
* पूर्ण चेहरा हेलमेट (रेसिंग के लिए स्नैल एसए2005 या के2005 प्रमाणीकरण आवश्यक है, K2005 आग प्रतिरोध के बिना एसए2005 के समान ही है)
* ड्राइविंग सूट ( कम से कम एक बाहरी कॉरड्यूरा परत के साथ पूर्णतः घर्षण प्रतिरोधी, शीर्ष स्तर की रेसिंग के लिए सीआईके-एफआईए स्तर 2 संगतता)