"अश्व संचालनासन": अवतरणों में अंतर

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अश्व संचालन दो शब्दों से मिलकर बना है। अश्व व संचालन ।संचालन। इस मुद्रा में जिस प्रकार घोड़े को दौड़ाया जाता है उस मुद्रा में शरीर को रखकर योग का अभ्यास किया जाता है।
== अश्व संचालन योग के लाभ ==
अश्व संचालन योग से जंघाओं में स्थित तनाव दूर होता है। यह मुद्रा मेरूदंड को सीधा बनाने रखने के लिए कारगर होता है। यह छाती और हिप्स के लिए अच्छा व्यायाम होता है। इससे श्वसन क्रिया अच्छी रहती है। इस आसन के अभ्यास से जंघाओं और शरीर में लचीलापन आता है जिससे पीछे की ओर झुककर किया जिन योग मुद्राओं का अभ्यास किया जाता है उन्हें अभ्यास करते समय विशेष परेशानी नहीं होती है। इसी प्रकार बैठकर जिन आसनों का अभ्यास किया जाता है उनके लिए भी यह योग बहुत ही लाभकारी होता है।