"कोलेस्टेरॉल": अवतरणों में अंतर
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=== वी एल डी एल ===
{{मुख्य|अत्यधिक निम्न घनत्व कोलेस्ट्रॉल}}
अतिन्यून घनत्व लिपोप्रोटीन (''वेरी लो डेनसिटी लिपोप्रोटीन्स'') शरीर में लिवर से ऊतकों और इंद्रियों के बीच कोलेस्ट्रॉल को ले जाता है।
== वृद्धि के कारक ==
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== कोलेस्ट्रॉल का संतुलन ==
शरीर में कोलेस्ट्रॉल को स्वयं देख नहीं सकते, सिर्फ अनुभव कर सकते हैं। जब इसकी मात्रा अधिक हो जाती है तो [[हृदयाघात]] और [[दिल]] से संबंधित अन्य रोगों की संभावना बढ़ जाती है। आम तौर पर पुरुषों के लिए ४५ वर्ष और महिलाओं के लिए ५५ वर्ष की आयु के बाद हृदय से जुड़े रोगों की संभावना अधिक होती है। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि अपने शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को संतुलित न कर सकते हों। इसके लिए अपनी जीवन शैली में थोड़ा बदलाव करना होता है। यदि वजन अधिक है तो इसमें कमी लाने का प्रयास करना चाहिये। भोजन में कम कोलेस्ट्रॉल मात्रा वाले व्यंजन चुनें। तैयार भोजन और फास्ट फूड से बचें। तली हुई चीजें, अधिक मात्रा में चॉकलेट न खाएं। भोजन में रेशायुक्त सामग्री को शामिल करें। यह कोलेस्ट्रॉल को संतुलित बनाए रखने में सहायक होते हैं।
नियमित रूप से व्यायाम करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा में बढ़ोतरी नहीं होती। इसके अलावा, [[योगासन]] भी सहायक होते हैं। कोलेस्ट्रॉल कम करने में प्राणायाम काफी सहायक सिद्ध हुआ है। धूम्रपान से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। कोलेस्ट्रॉल का चिकित्सकीय उपचार भी संभव है। कोलेस्ट्रॉल की अधिक मात्रा से पीड़ित व्यक्तियों हेतु कई तरह के उपचार संभव हैं, पर इस पर आरंभ से नियंत्रण करना ही इसका सबसे बढ़िया उपाय है। '''[[ऐलोपैथी]]''' में कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए [[स्टेटिन]] दवा दी जाती है। '''[[होम्योपैथी]]''' में कोलेस्ट्रॉल को [[हाइपरलिपिडिमिया]] कहते हैं। इसमें सिर्फ नियंत्रण के लिए ही कुछ दवाइयां उपलब्ध हैं, जबकि [[आयुर्वैदिक]] दवाओं में [[आरोग्यवर्धिनी]], [[पुनर्नवा मंडूर]], [[त्रिफला]], [[चन्द्रप्रभा वटी]] और [[अर्जुन वृक्ष|अर्जुन की छाल]] के चूर्ण का काढ़ा बहुत लाभकारी होता है।
;अन्य नियंत्रक
हाल में हुए अध्ययनों में पता लगा है कि '''हरी और काली [[चाय]]''' कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटाने में कारगर है। जो लोग ज्यादा चाय पीते हैं उनमें कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है और स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याएँ भी कम होती हैं। हरी और काली चाय में जो प्राकृतिक रूप से कुछ रसायनों का मिश्रण होता है, उनसे कोलेस्ट्रॉल काफ़ी कम हो जाता है। इसके लिए हरी चाय अकेले काफी नहीं है, बल्कि उसके साथ निम्न वसा आहार भी लिया जाए तो दिल के दौरे का खतरा १६-२४ प्रतिशत कम हो सकता है।
|title=चाय से कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण
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प्रोफेसर रोजर कॉर्डर के अनुसार एक गिलास '''रेड वाइन''' को अपनी दैनिक जीवन शैली में शामिल करना चाहिए। इसमें प्रोसाइन्डिंस नामक रसायन होता है जो स्वास्थ्यवर्धक होता है, यह '''डार्क चॉकलेट''' में भी पाया जाता है। यह रक्तवाहिका प्रकार्यों को बेहतर करते हैं, आर्टरी-क्लॉगिंग एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम करते हैं और हार्ट के लिए हेल्दी एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ाते हैं।
|title=रेड वाइन और चॉकलेट घटाए कोलेस्ट्रॉल
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मछली का तेल भी बुरे कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में बहुत सहायक होता है।
|title=प्राकृतिक वैकल्पिक लोअर रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को उपचार
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|archiveurl= |archivedate= |quote= }}</ref> [[फोलिक एसिड]] के कैप्सूल भी लाभदायक होते हैं।
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