"अंकुश कृमि": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो पूर्ण विराम की स्थिति ठीक की। |
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो बॉट से अल्पविराम (,) की स्थिति ठीक की। |
||
पंक्ति 3:
== परिचय ==
[[चित्र:Hookworm LifeCycle.gif|right|thumb|300px|अंकुश कृमि का जीवन-चक्र]]
इनकी दो जातियाँ होती हैं, नेकटर अमेरिकानस और एन्क्लोस्टोम डुओडिनेल। दोनों ही प्रकार के कृमि सब जगह पाए जाते हैं। नाप में मादा कृमि 10 से लेकर 13 मिलीमीटर तक लंबी और लगभग 0.6 मिलीमीटर व्यास की होती है। नर थोड़ा छोटा और पतला होता है। मनुष्य के अंत्र में पड़ी मादा कृमि अंडे देती हैं जो बिष्ठा के साथ बाहर निकलते हैं। भूमि पर [[बिष्ठा]] में पड़े हुए अंडे ढोलों (लार्बी) में परिणत हो जाते हैं
== लक्षण ==
|