==== निकोला टेस्ला ====
अप्रैल 1887 में, [[निकोला टेस्ला]] ने उच्च वोल्टेज और खुद डिजाइन की गई नलियों के साथ-साथ क्रूक्स नलियों का उपयोग करके एक्स-रे की जांच करनी शुरू की. उनके तकनीकी प्रकाशनों से इस बात का संकेत मिलता है कि उन्होंने एक विशेष एकल इलेक्ट्रोड एक्स-रे नली का आविष्कार और विकास किया था<ref>मॉर्टन, विलियम जेम्स, और एडविन डब्ल्यू हैमर, अमेरिकी तकनीकी बुक कं., 1896. पेज 68.</ref><ref>{{यूएस पेटेंट|514170}}, ''इन्कन्डेसन्ट इलेक्ट्रिक लाइट'' , और {{यूएस पेटेंट|454622}}, ''सिस्टम ऑफ़ इलेक्ट्रिक लाइटनिंग'' .</ref> जो अन्य एक्स-रे नलियों से अलग थी जिनमें कोई लक्ष्य इलेक्ट्रोड नहीं होता था. टेस्ला के उपकरण के पीछे के सिद्धांत को ब्रेम्सस्ट्रॉलंग प्रक्रिया के नाम से जाना जाता है, जिसमें पदार्थ से होते हुए आवेशित कणों (जैसे - इलेक्ट्रॉन) के गुजरने पर एक उच्च-ऊर्जा द्वितीयक एक्स-रे उत्सर्जन की उत्पत्ति होती है. 1892 तक टेस्ला ने ऐसे कई प्रयोग किए, लेकिन उन्होंने इन उत्सर्जनों को वर्गीकृत नहीं किया जिन्हें बाद में एक्स-रे के नाम से जाना गया. टेस्ला ने इस घटना को "अदृश्य" प्रकार की विकिरण ऊर्जा के रूप में सामान्यीकृत किया.<ref>चेनी, मार्गरेट, [http://books.google.com/books?vid=ISBN0743215362 "टेस्ला: मैन आउट ऑफ़ टाइम]". साइमन और स्चुस्टर, 2001. पेज 77.</ref><ref>थॉमस कॉमरफोर्ड मार्टिन (एड.), "[http://books.google.com/books?vid=OCLC04049568 आविष्कार, अनुसंधान, और निकोला टेस्ला के लेखन]". पेज 252 "जब यह एक बूंद के रूप में आता है, यह दृश्य और अदृश्य तरंगों में दिखाई देता है. [...]". (एड., यह तथ्य स्पष्टतः से निकोला टेस्ला द्वारा 1894 के इलेक्ट्रिकल इंजीनियर में प्रकाशित हुई है.</ref> टेस्ला ने न्यूयॉर्क ऐकडमी ऑफ़ साइंसेस के सामने अपने 1897 के एक्स-रे व्याख्यान में विभिन्न प्रयोगों के विषय में अपने तरीकों के तथ्यों का वर्णन किया.<ref>निकोला टेस्ला, "लेनार्ड और रॉन्टगन और उपन्यास धारा के लिए उत्पादन,", 6 अप्रैल 1897.</ref> इसके अलावा इसी व्याख्यान में टेस्ला ने एक्स-रे उपकरण के निर्माण और सुरक्षित संचालन की विधि का वर्णन किया. वैक्यूम उच्च क्षेत्र उत्सर्जन द्वारा उनके एक्स-रे प्रयोग के माध्यम से उन्होंने एक्स-रे अनावरण से जुड़े जैविक खतरों से वैज्ञानिक समुदाय को सचेत भी किया.<ref>चेनी, मार्गरेट, रॉबर्ट उथ, और जिम ग्लेन, "[http://books.google.com/books?vid=ISBN0760710058 टेस्ला, बिजली के गुरु]". बार्न्स एंड नोबल प्रकाशन, 1999. पेज 76. ISBN 0-7607-1005-8</ref>
==== फर्नांडो सैनफोर्ड ====
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| isbn = }}</ref> उन्होंने देखा कि उसमें से कुछ निकला जिसके फोटोग्राफिक प्लेटों के प्रति अनावृत की वजह से प्रतिदीप्ति उत्पन्न हुई. उन्होंने विभिन्न पदार्थों के माध्यम से इन किरणों की भेदन शक्ति को मापा. इससे यह सूचना मिली है कि इनमें से कम से कम कुछ "लेनार्ड किरणें" वास्तव में एक्स-रे थीं.<ref>थॉमसन, 1903, पृष्ठ 185</ref>
[[हेल्महोल्ज़|हर्मन वॉन हेल्महोल्ट्ज़]] ने एक्स-रे के गणितीय समीकरणों को सूत्रबद्ध किया. रॉन्टगन की खोज और घोषणा से पहले उन्होंने एक प्रकीर्णन सिद्धांत की कल्पना की. इसे प्रकाश के विद्युत् चुम्बकीय सिद्धांत के आधार पर तैयार किया गया था.<ref>''वाइयडमैन्स ऐन्नालेन'' , वॉल्यूम XLVIII</ref> हालांकि, उन्होंने वास्तविक एक्स-रे के साथ काम नहीं किया.
==== विल्हेम रॉन्टगन ====
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