"कथक": अवतरणों में अंतर
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=='''परिचय'''==
भारत के आठ शास्त्रीय नृत्यों में से सबसे पुराना कथक नृत्य जिसका उत्पत्ति उत्तर भारत में
=='''इतिहास'''==
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* '''परमेलु''', एक बोल या रचना जहां प्रकृति का प्रदर्शनी होता है।
* '''गत''', यहां दैनिक जीवन के सुंदर चाल-चलन दिखाया जाता है।
* '''लड़ी''', एक विषय पर बदलाव फुटवर्क की
* '''तिहाई''', एक रचना जहां फुटवर्क तीन बार दोहराया जाती है और सम पर नाटकीय रूप से समाप्त हो जाती है।
*'''नृत्य:''' भाव को मौखिक टुकड़े की एक विशेष प्रदर्शन शैली में दिखाया जाता है। मुगल दरबार में यह अभिनय शैली की उत्पत्ति हुई। इसकी वजह से यह महफिल या दरबार के लिए अधिक अनुकूल है ताकि दर्शकों को कलाकार और नर्तकी के चेहरे की अभिव्यक्त की हुई बारीकियों को देख सके।क ठुमरी गाया जाता है और उसे चेहरे, अभिनय और हाथ आंदोलनों के साथ व्याख्या की जाति है।
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