"मानवता मंदिर": अवतरणों में अंतर

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|language=
|ISBN=9788190550116}}</ref> फकीर लाइब्रेरी चैरीटेबल ट्रस्ट इस मंदिर का कामकाज देखता है. मंदिर में ही शिव देव राव एस.एस.के. हाई स्कूल चलाया जा रहा है जहाँ विद्यार्थियों से कोई फीस नहीं ली जाती। तथापि उनके माता-पिता को एक वचन-पत्र देना पड़ता है कि वे तीन से अधिक बच्चे पैदा नहीं करेंगे।<ref>{{cite web
|url=http://bhagatshaadi.com/megh/Sant%20Satguru%20Vaqt%20Ka%20Vasiyatnama.pdf.|title=संत सत्गुरु वक्त का वसीयतनामा|publisher=भगतशादी.कॉम |accessdate=2009-11-08}} पृ.61-62,</ref><ref>{{cite book |title=संत सत्गुरु वक्त का वसीयतनामा |author=भगत मुंशीराम |publisher=कश्यप पब्लिकेशन |year=2007 |page=161 |language= |ISBN=9788190550116}}</ref> इस प्रकार 'मानवता मंदिर' मानवता और [[देश]] के कल्याण के लिए फकीर की इस विचारधारा का प्रचार-प्रसार कर रहा है कि परिवार कल्याण़ कार्यक्रम को [[धर्म]] में ही शामिल किया जाए.<ref>{{cite web |url=http://bhagatshaadi.com/megh/Sant%20Satguru%20Vaqt%20Ka%20Vasiyatnama.pdf. |title=संत सत्गुरु वक्त का वसीयतनामा |publisher=भगतशादी.कॉम |accessdate=२००९-११-२००८}} पृ.66</ref><ref>{{cite book|title=संत सत्गुरु वक्त का वसीयतनामा |author=भगत मुंशीराम |publisher=कश्यप पब्लिकेशन |year=2007 |page=172 |language=|ISBN=9788190550116}}</ref> मंदिर के कार्यकलापों में एक द्विमासिक पत्रिका 'मानव-मंदिर' का प्रकाशन भी है। <ref name="novelguideguide.com">http://www.novelguide.com/a/discover/ear_01/ear_01_00174.html. अभिगमन तिथि 2009-11-01</ref> ट्रस्ट एक मुफ्त डिस्पेंसरी के साथ-साथ मुफ्त लंगर भी चलाता है। ट्रस्ट के द्वारा रखरखाव किए जा रहे पुस्तकालय में बहुत पुस्तकें है जिनमें शिव ब्रत लाल, फकीर चंद और कई अन्य संतों की दुर्लभ पुस्तकें संग्रहित हैं। विश्व में बाबा फकीर चंद के अनुयायियों और उनके आगे अनुयायियों की संख्या लाखों में है। संयुक्त राज्य अमेरिका में और कनाडा में भी इनके कुछ अनुयायी हैं।
== यह भी देखें ==
* [[बाबा फकीर चंद]]