"जॉर्ज ई स्मिथ": अवतरणों में अंतर

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स्मिथ का जन्म व्हाइट प्लेन्स, [[न्यू यॉर्क]] में हुआ। उन्होंने सं.रा. नौसेना में सेवा की तथा [[पेनसिल्वानिया विश्वविद्यालय]] से 1955 में [[बीएससी]] की उपाधि प्राप्त की तथा 1959 में [[शिकागो विश्वविद्यालय]] में केवल तीन पृष्ठों के शोधप्रबंध (डिसर्टेशन) के साथ [[पीएचडी]] की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने 1959 से 1986 तक बेल् लैब्स में, मर्रे हिल, [[न्यू जर्सी]] में कार्य किया, जहाँ उन्होंने नोवेल [[लेसर]]ों तथा [[अर्धचालक युक्ति]]यों पर अनुसंधान का नेतृत्व किया। अपनी कार्यावधि में स्मिथ को दर्जनों [[पेटेंट]] प्रदान किये गये तथा अंततः वे [[वीएलएसआई]] युक्ति विभाग के प्रधान बने।<ref>{{citation | title = PROFILE: George Smith - Nobel winner and world sailor | url = http://www.earthtimes.org/articles/show/288984,profile-george-smith--nobel-winner-and-world-sailor.html | publisher = अर्थटाइम्स | date = 2009-10-06 | accessdate = 2009-10-06}}.</ref>
 
1969 में स्मिथ तथा विलार्ड बॉयल ने [[आवेश-युग्मित युक्ति]] का आविष्कार किया, जिसके लिए उन्होंने 1973 में फ्रैंकलिन संस्थान का स्टुअर्ट बैलैन्टाइन पदक प्राप्त किया , तथा 1974 का आईट्रिपलई मॉरिस एन. लीबमैन् मैमोरियल अवार्ड और 2006 का चार्ल्स स्टार्क ड्रैपर पुरस्कार और 2009 का [[भौतिकी का नोबेल पुरस्कार]] प्राप्त किया।
 
बॉयल व स्मिथ दोनों ही जुनूनी खेवैये भी थे, जिन्होंने कई यात्राएँ साथ-साथ कीं। सेवानिवृत्ति के पश्चात् स्मिथ ने अपनी पत्नी जैनेट् के साथ पाँच वर्ष तक संसारव्यापी नौयात्रा की। अन्ततः 2001 में उन्होंने अपने इस शौंक को त्याग दिया।