"वायु पुराण": अवतरणों में अंतर

1 बाइट हटाया गया ,  9 वर्ष पहले
छो
सन्दर्भ की स्थिति ठीक की।
No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
छो (सन्दर्भ की स्थिति ठीक की।)
 
== विस्तार ==
इस पुराण में इसमें ११२ अध्याय एवं ११,००० श्लोक हैं। विद्वान लोग 'वायु पुराण' को स्वतन्त्र पुराण न मानकर 'शिव पुराण' और 'ब्रह्माण्ड पुराण' का ही अंग मानते हैं। परन्तु 'नारद पुराण' में जिन अठारह पुराणों की सूची दी गई हैं, उनमें 'वायु पुराण' को स्वतन्त्र पुराण माना गया है। <ref>[http://hi.brajdiscovery.org/index.php?title=%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A5%81_%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%A3 ब्रज डिस्कवरी]</ref>
 
== वायु पुराण की संक्षिप्त जानकारी ==